बर्ड फ्लू: यूपी के बाराबंकी में बड़ी संख्या में कौवों की मौत, जांच के लिए भेजे गए सैंपल

Virendra SinghVirendra Singh   9 Jan 2021 6:03 AM GMT

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bird flu india, bird flu, bird flu outbreak, bird flu affect on poultry, bird flu in poultry bird, bird flu in uttar pradeshबाराबंकी में कौवों की मौत के बाद जांच करती पशु पालन विभाग की टीम। फोटो: वीरेंद्र सिंह

बाराबंकी (उत्तर प्रदेश)। कई राज्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद राज्यों में सभी को अलर्ट कर दिया गया है। वहीं बाराबंकी में दो दर्जन से अधिक कौवों की मौत हो गई है

बाराबंकी जिले के बदोसराय चौराहे पर स्थित एक होटल के पीछे बाग है। शुक्रवार को कुछ लोग उधर से गुजरे तो कई कौवे जमीन पर पड़े थे। पास जाकर देखा गया तो सभी कौवो की मौत हो चुकी थी। कौवा की मौत बर्ड फ्लू से होने की आशंका से लोगों में बीमारी फैलने का खौफ बढ़ने लगा।

आनन फानन इसकी सूचना डिप्टी रेंजर दिलीप गुप्ता को दी गई। मौके पर पहुंचे गुप्ता ने वन रेंजर मिश्रीलाल समेत वन विभाग के कर्मचारियों से मृत पड़े कौवो की गणना कराई। एक साथ इतने कौवो के मरने को लेकर आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया। बर्ड फ्लू रोग फैलने की दहशत से लोग बाग की ओर जाना बंद कर दिया है।

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ मार्कंडेय ने बताया कि बदोसराय स्थित एक बाग में दर्जन से अधिक कौवों के मौत होने की सूचना पर 3 सदस्य टीम गठित की गई है। सभी डॉक्टर कौवों की मौत कैसे हुई इसका पता लगाने के लिए शव का पोस्टमार्टम करेंगे। जांच के लिए सैंपल लिया जाएगा। सैंपल को भोपाल स्थित लैब में भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कौवो की मौत कैसे हुई यह कारण स्पष्ट होगा। जांच रिपोर्ट भारत सरकार से राज्य सरकार और फिर जिलाधिकारी को प्रेषित की जाएगी। मार्कंडेय ने कहा कि जिले में अभी बर्ड फ्लू वायरस का कोई भी मामला सामने नहीं आया है।


बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ मार्कंडेय ने बताया कि एहतियात बरतने के लिए सभी पशु चिकित्सा अधिकारियों को उनके क्षेत्र में चल रहे मुर्गी फार्म पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। टीमें क्षेत्र में भ्रमण कर सैंपल ले रही हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई विभाग शुरू करेगा। जहां पर भी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव होगी वहां के मुर्गी फार्म की मुर्गियों को नष्ट कराया जाएगा।

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हरियाणा के पंचकुला जिले में मुर्गी पालने वाले दो फार्मों में आईसीएआर-एनआईएचएसएडी से एवियन फ्लू के पॉजीटिव नमूने मिलने, गुजरात के जूनागढ़ जिले में प्रवासी पक्षियों और राजस्‍थान के सवाई माधोपुर, पाली, जैसलमेर और मोहर जिलों में कौओं में पॉजीटिव नमूने मिलने की पुष्टि होने के बाद, विभाग ने प्रभावित राज्‍यों को सुझाव दिया है कि वे एवियन फ्लू बीमारी को रोकने के लिए कार्य योजना के अनुसार काम करें। अब तक छह राज्यों (केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और गुजरात) में इस बीमारी की पुष्टि हो चुकी है। यह जानकारी प्राप्‍त हुई है कि केरल के दोनों प्रभावित जिलों में इस बीमारी से प्रभावित मुर्गियों को मारने का काम पूरा हो चुका है। संक्रमण को समाप्‍त करने की प्रक्रिया चल रही है।

एवियन फ्लू से अप्रभावित राज्यों से आग्रह किया गया है कि वे पक्षियों के बीच किसी भी असामान्य मृत्यु दर पर नजर रखें और तुरंत इसकी जानकारी दें ताकि आवश्यक उपाय तेजी से किए जा सकें।

निगरानी और महामारी विज्ञान से जुड़ी जांच के लिए केरल, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के प्रभावित राज्यों का दौरा करने के लिए केन्‍द्रीय टीमों को तैनात किया गया है।

दिल्ली के हस्‍तसाल गांव के डीडीए पार्क में 16 पक्षियों की असामान्य मृत्यु भी दर्ज की गई है। एनसीटी दिल्ली के एएच विभाग ने कथित तौर पर एहतियाती कदम उठाए हैं और नमूने आईसीएआर-एनआईएचएसएडी को भेज दिए हैं और जांच रिपोर्ट का इंतजार है।

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