किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए यूपी में होने वाले कृषि कुंभ की तैयारियां जारी
किसानों के लिए मौका: कृषि कुंभ में उन्नत फसल तकनीक के साथ-साथ बैंकिंग व सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
Manish Mishra 19 Sep 2018 10:56 AM GMT
लखनऊ। फसल को नुकसान से बचाने के साथ ही किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश में पहली बार कृषि कुंभ का आयोजन होगा। लखनऊ में रायबरेली रोड पर स्थित गन्ना अनुसंधान संस्थान में होने वाले तीन दिवसीय कृषि कुंभ के लिए आईसीआर भी तैयारियों में जुटा है। समारोह के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे।
किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए उन्नत तकनीक और पशुपालन की जानकारी देने के लिए राजधानी लखनऊ में 26 से 28 अक्टूबर, 2018 तक होने वाले कृषि कुंभ में उन्नत किसान, वैज्ञानिक और नीति निर्धारक एक साथ मंथन करेंगे।
नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया, "कृषि कुंभ का मकसद किसानों को उनके हित की जानकारी उपलब्ध कराना है। इस तरह का आयोजन पहली बार हो रहा है, जिसमें इतने बड़े पैमाने पर कृषि और कृषि से जुड़े व्यवसाय से जुड़े जानकार एकजुट होंगे।"
उत्तर प्रदेश में कुल 22.7 करोड़ जनसंख्या में से 2.33 करोड़ किसान परिवार हैं। इनमें से भी 92.5 प्रतिशत किसान सीमांत और लघु की श्रेणी में आते हैं। गेहूं, गन्ना, चीनी, मांस, आम, आलू के उत्पादन में पहले, जबकि चावल, जौ, बाजरा आदि में दूसरे स्थान पर है।
कृषि कुंभ कृषि-बागवानी, खाद्य एवं दुग्धशाला, पशुपालन एवं मुर्गीपालन, कृषि मशीनरी, वित्तीय समावेश, कृषि उद्यमता, कृषि स्टार्टअप एवं जैविक खेती पर मुख्य रूप से केन्द्रित होगा।
इस कार्यक्रम में मंडी, दुग्ध व संबंधित विभागों के मंत्रियों ने भी अपने अपने विभागों की योजनाओं को सामने रखा।
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उत्तर प्रदेश पहला ऐसा राज्य है जहां वर्ष 2017-18 में 23 लाख से अधिक किसानों के खातों में 452.6 करोड़ रुपये सीधे भेजे गए।
इस कृषि कुंभ में सभी 75 जिलों के किसान व सरकार के नीति निर्माता, कृषि विश्व विद्यालयों, केवीके, स्वयं सेवी संगठन और संबंधित लोग सम्मिलित होंगे। साथ ही, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय शोध केन्द्रों के वैज्ञानिकों व विशेषज्ञों द्वारा उन्नत तकनीक व अन्य जानकारी के लिए विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे।
गाँव कनेक्शन से बात करते हुए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया, "कृषि महाकुंभ में करीब एक लाख किसानों के आने लक्ष्य रखा गया है। किसानों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। सफल किसानों की कहानियों को दिखाया जाएगा। साथ ही, वैज्ञानिकों के उनका संवाद भी होगा।"
उत्तर प्रदेश में समृद्धि कृषि व्यवसाय हेतु शुभ अवसरों के सृजन एवं किसानों की आय दोगुनी करने हेतु संकल्पित #कृषि_कुंभ 2018 का आयोजन दिनांक 26-28 OCT 2018 को आईसीएआर: भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान तेलीबाग रायबरेली रोड लखनऊ में किया जाएगा।#KrishiKumbh pic.twitter.com/jyCFzoccWd
— Surya Pratap Shahi (@spshahibjp) August 22, 2018
उत्तर प्रदेश में पहली बार हो रहे वृहद कृषि कुंभ से किसानों, नीति निर्माताओं, वैज्ञानिकों और उद्यमियों के द्वारा एक साथ कृषि की संभावनाओं को तलाशेंगे।
"इस कार्यक्रम के शुभारंभ के लिए प्रधानमंत्री जी से अनुरोध किया जाएगा। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) जैसे कई संस्थान भी भाग लेंगे," कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया।
इन कृषि महाकुंभ में कृषि से संबंधित प्रदेश के सभी विभाग अपने योजनाओं का विस्तार से प्रदर्शन करेंगे ताकि किसान आसानी से उनका लाभ उठा पाएं।
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