जानिए छठ महापर्व के विशेष प्रसाद ठेकुआ बनाने की विधि

इन दिनों छठ महापर्व की धूम है, हर घर में तरह-तरह के पकवान बन रहे हैं, जिनमें से ठेकुआ भी एक है। कहा जाता है इसके बिना तो व्रत ही नहीं पूरा होता।

Update: 2023-11-18 15:53 GMT

अगर आप बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश या फिर झारखंड से हैं तो ठेकुआ का स्वाद तो पता ही होगा, लेकिन अगर आप किसी और राज्य के हैं और हर बार छठ महापर्व के बाद अपने ऑफिस के दोस्तों के लाए ठेकुओं का इंतज़ार करते हैं तो कोई बात नहीं आज हम आपको ठेकुआ बनाने की आसान विधि बता दे रहे हैं।

पिछले 35 वर्षों से छठ व्रत रह रहीं गोंडा की कल्पना पांडेय गाँव कनेक्शन से बताती हैं, "हमारे यहाँ छठ व्रत नहीं होता, लेकिन हमारी नानी के यहाँ होता आया है, तो मैंने भी वहीं से देखकर व्रत की शुरुआत कर दी और इसे करते हुए 35 साल बीत गए।"

कल्पना छठ पूजा करने के लिए गोंडा से अपनी बहन के यहाँ लखनऊ आती हैं और वहां पर व्रत पूरा करती हैं। वो कहती हैं, "इस व्रत में हम लोग 36 घंटे का व्रत रखते हैं, नहाय-खाय से शुरुआत होती है और फिर तीसरे दिन सुबह उगते सूरज को अर्घ्य देकर व्रत का समापन करते हैं।"


नहाय-खाय के दूसरे दिन खरना होता है, जिसमें रसियाव और ठेकुआ बनाया जाता है। छठी मैया और सूर्य देव को यही ठेकुआ भोग लगाया जाता है।

गाँवों में ठेकुआ और दूसरे पकवान बनाने के लिए मिट्टी का नया चूल्हा बनाया जाता है और चार दिनों तक जो भी बनाया जाता है, सब उसी पर बनाया जाता है।

ठेकुआ बनाने के लिए एक ख़ास तौर के लकड़ी के सांचे का इस्तेमाल किया जाता है। कल्पना बताती हैं, "ये साँचे सिर्फ बिहार के कारीगर ही बनाते हैं, यहाँ कितना भी ढूँढ लो नहीं मिलते हैं। हमारी भाभी पटना से हैं तो वही ये साँचे लेकर आती हैं।"


घर के आँगन में गीतों को गाते हुए सारी बहनें और आसपास की महिलाएँ मिलकर ठेकुआ बनाती हैं। हर किसी का अलग-अलग काम होता है, कोई आटा तैयार करता है तो कोई साँचे पर ठेकुआ बनाता है। और सबसे बड़ा काम होता है इसे तलने का, क्योंकि अगर सही आँच पर इसे न तला गया तो ये टूट जाते हैं।

ठेकुआ बनाते हुए कुछ बातों का ख़ास ध्यान रखना होता है, अगर ज़रा सी गलती की ठेकुआ अच्छे से नहीं बन पाता है। बहुत से लोगों से ठेकुआ अच्छा नहीं बन पाता है, तो चलिए आज ठेकुआ बनाने की आसान विधि बता दे रहे हैं।

ठेकुआ की सामग्री:

तिल, गुड़, गेहूँ का आटा, घी, तेल, सूखा नारियल, काजू, बादाम

बनाने के विधि

सबसे पहले गुड़ को छोटे-छोटे बारीक टुकड़ों में तोड़ लेते हैं और आधा कप पानी में डालकर धीमी आँच पर पका लेते हैं। जब गुड़ अच्छी तरह से पिघल जाता है तो आँच बंद कर देते हैं।

अब एक बड़ी थाली में गेहूँ आ आटा लेकर सबसे पहले उसमें घी का मोयन देते हैं और फिर सारे सूखे मेवे डाल देते हैं।


अब इसमें गुड़ और पानी का घोल धीरे-धीरे मिलाते हुए आटे जैसा गूंथ लेते हैं।

आटा गूंथने के बाद लगभग 10-15 मिनट के लिए ढककर छोड़ दें।

अब आटे को लेकर छोटी-छोटी लोई बनाकर लकड़ी के साँचों पर रखकर ठेकुआ बना लें।

अब एक कड़ाही में तेल गर्म होने के लिए रखें और धीमी आँच पर दोनों तरफ से ठेकुआ तल लें।

बस तैयार हो गया प्रसाद के लिए ठेकुआ, ख़ुद भी खाइए और अपने पड़ोसियों को भी खिलाइए।

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