अपने गाँव को चमकाएगी ट्वीटर वाली महिला प्रधान

Update: 2016-02-16 05:30 GMT
gaon connection, गाँव कनेक्शन

लखनऊ। हाल ही में प्रधान बनी निकिता शुक्ला (32 वर्ष) के एक ट्वीट से उनकी पंचायत को बड़ी सौगात मिली। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस पंचायत को प्रदेश का पहला आइ स्पर्श गाँव घोषित किया है और इसके समग्र विकास के लिए जिलाधिकारी को निर्देश भी दिया है। 

मिर्ज़ापुर जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर नगवासी ग्राम पंचायत काफी पिछड़ा और विकास से अछूता है। हाल ही में प्रधान बनी निकिता शुक्ला ने अपनी शिक्षा और तकनीक के इस्तेमाल से गाँव का ट्विटर पेज बनाया और गाँव की समस्याओं को प्रशासन के सामने रखना शुरू किया। निकिता शुक्ला बताती हैं, ''पहले मैं फेसबुक का इस्तेमाल करती थी लेकिन उस पर अधिकारी या प्रशासन तक पहुंच नहीं हो पाती थी। फिर ट्वीटर का पेज बनाया उस पर समस्याएं लिखनी शुरू की। इसके बाद मेरे पास फोन आया कि मुख्यमंत्री जी ने आपके पेज को देखा और आपके गाँव को आई स्पर्श गाँव घोषित किया है।"

वर्ष 2006 में शादी के बाद निकिता शहर और गाँवों दोनों ही जगह से जुड़ी रही। पिछले वर्ष गाँव में आकर रहने का फैसला किया क्योंकि गाँव के लिए कुछ करना चाहती थी। प्रधान बनते ही निकिता ने गाँव में विकास कार्य शुरू कर दिया। मनरेगा के तहत रोड बनवाना, हैंडपंप रिपेयरिंग और विद्युतीकरण योजना के तहत 60 खंभे लगवा दिए गए हैं जिसकी वायरिंग हो चुकी है और ट्रांसफर लगने वाले हैं। 

गाँवों के समग्र विकास को लेकर प्रदेश सरकार ने बजट में 300 करोड़ रूपये की व्यवस्था की है। इससे आइ स्पर्श (इनिशिएटिव ऑफ समाजवादी पार्टी एंड अखिलेश यादव रूरल सस्टेनेबल होम्स) नामक योजना बनाई जाएगी। नगवासी पंचायत इस योजना की पहली चयनित पंचायत है। 

उत्तर प्रदेश की कुल पंचायत सीटों में से 33 फीसदी महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। 13 दिसंबर को प्रदेश में 58,658 ग्राम पंचायतों में नए प्रधान निर्वाचित हुए। इनमें से 25,919 महिला प्रत्याशियों ने जीत हासिल की। 

जहां कई महिला प्रधानों की बांगडोर उनके पतियों के हाथ में होती है तो कुछ ऐसी महिला प्रधान भी हैं,जो आगे आकर अपनी जिम्मेदारियों को उठाना चाहती हैं। पोस्ट ग्रेजुएट तक की पढ़ाई कर चुकी नितिका शुक्ला बताती हैं, ''राजनीति में शुरू से दिलचस्पी थी। गाँव के विकास के लिए प्रधानी लडऩे का फैसला किया। छह प्रत्याशियों में 421 वोटों से जीत भी मिली। अब बारी थी गाँव वालों के लिए कुछ करने की। गाँव में सड़क की हालत खराब थी, न अस्पताल था न कोई अच्छा स्कूल, ऐसे में प्रशासन तक बात पहुंचाने का आसान तरीका सोशल मीडियाा लगा और ये सही भी साबित हुआ।"

आइ स्पर्श गाँव बन चुके नगवासी पंचायत की बुनियादी सुविधाएं जल्दी ही पूरी की जाएगी। गाँव में पेयजल, आवास, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं भी नहीं है। इस काम में प्रधान निकिता शुक्ला को पति विजय शुक्ला का पूरा सहयोग मिलता है। वो बताते हैं, ''आजकल सोशल और डिजीटल का जमाना है। ऐसे तो अपनी बात पहुंचाना कठिन है लेकिन अब हमारी समस्या सही जगह पर पहुंची है उम्मीद है कि जल्दी ही गाँव में विकास होगा।"

आगे के कार्य की रणनीति पूछने पर निकिता बताती हैं, ''संघर्ष तो हर जगह है लेकिन रास्ता बहुत कठिन नहीं रहा। आगे विकास के लिए हम तो काम कर ही रहे हैं जरूरत पडऩे पर सरकारी दरवाजे खटखटाएंगें। गाँव वालों में उम्मीद की किरण जागी है और अब उसे पूरा करना मेरा काम है।"

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