कानपुर: बदमाशों को पकड़ने गयी पुलिस टीम पर फायरिंग, आठ पुलिसकर्मी शहीद, सात घायल

ये पुलिसकर्मी कानपुर के एक गांव में हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे की दबिश करने पहुंचे थे। पुलिस टीम पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें पुलिस उपाधीक्षक (DSP) और बिल्हौर थाना प्रभारी (सीओ) समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए, जबकि सात पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हैं।

Update: 2020-07-03 02:39 GMT

घात लगाकर बैठे बदमाशों की फायरिंग में उत्तर प्रदेश पुलिस के 8 जवान शहीद हो गए। ये पुलिसकर्मी कानपुर के एक गांव में हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे की दबिश करने पहुंचे थे। पुलिस टीम पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें पुलिस उपाधीक्षक (DSP) और बिल्हौर थाना प्रभारी (सीओ) समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए, जबकि सात पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों का इलाज कानपुर के ही रीजेंसी अस्पताल में चल रहा है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर शोक जताया है। सीएम ने डीजीपी एचसी अवस्थी को अपराधियों के खिलाफ कड़े ऐक्शन लेने के निर्देश दिए हैं और घटना की रिपोर्ट भी मांगी है। उन्होंने एसटीएफ की टीम को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं और कहा है कि मृतकों के परिजनों को एक करोड़ रूपये और सरकारी नौकरी दी जाएगी। उन्होंने शहीद पुलिस जवानों के शव पर पुष्प अर्पित कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी।



प्रदेश के डीसीपी एचसी अवस्थी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि विकास दुबे के खिलाफ कानपुर के राहुल तिवारी ने हत्या के प्रयास का केस आईपीसी की धारा 307 के तहत दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस उसे पकड़ने के लिए गांव में गई थी। पुलिस को रोकने के लिए बदमाशों ने पहले से ही जेसीबी वगैरह से रास्ता रोक रखा था। अचानक छत से फायरिंग शुरू कर दी गई और इसमें हमारे जवान मारे गए। उन्होंने बताया कि पुलिस ने कानपुर शहर और पड़ोसी जिलों कानपुर देहात और कन्नौज सहित यूपी के सभी बॉर्डर सील कर दिए हैं और अपराधियों को पकड़ने के लिए कॉम्बिंग ऑपरेशन कर रही है। उन्होंने जानकारी दी कि विकास दुबे इलाके का एक शातिर अपराधी है, जिसके खिलाफ लगभग 60 मुकदमे पहले से दर्ज हैं। 


इस बीच पुलिस ने बिकरू गाँव के जंगलों में छिपे दो बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराने का दावा किया है। कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि बीती रात मुठभेड़ के बाद तलाशी अभियान के दौरान दो पुलिस कर्मी घायल हो गए और दो अपराधियों को हमने मार गिराया है। हमने ऐसे हथियार भी बरामद किए हैं जिनका इस्तेमाल रात में पुलिस कर्मियों पर फायरिंग में किया गया था। अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाशी जारी है। हालांकि उन्होंने कहा कि आस-पास जंगल क्षेत्र होने के कारण पुलिस को इस ऑपरेशन में काफी दिक्कतें भी आ रही हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन जंगलों में ही सभी अपराधी छिपे हुए हैं, जिन्हें जल्द से जल्द पकड़ लिया जाएगा।

मृत होने वालों की पहचान कानपुर के गांव बिकरू थाना चौबेपुर निवासी प्रेम प्रकाश और अतुल कुमार के रूप में हुई है। दोनों नामजद अपराधी हैं। यूपी के आईजी कानून-व्यवस्था ज्योति नारायण ने बताया कि यह कॉम्बिंग ऑपरेशन अभी जारी है।

Similar News