हैक की जा सकती है EVM, 2014 आम चुनाव में हुई धांधली: एक्सपर्ट

Update: 2019-01-21 13:22 GMT

अमेरिकी हैकर ने EVM हैक करने का दावा किया है। यूरोप में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (IJA) की तरफ से लंदन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में अमेरिकी हैकर EVM हैकिंग का डेंमोंस्ट्रेशन देगा। बता दें, भारत में EVM हैकिंग को लेकर काफी पहले से सवाल उठते आए हैं। इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल भी मौजूद थे। 

अमेरिकी साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट का कहना है कि ''ईवीएम हैकिंग आसान नहीं है, लेकिन इसे किया ज सकता है। इसके लिए चिपसेट कर्नेल को बाइपास करना होता है। बिना किसी ब्लूटूथ वाईफाई को ईवीएम को हैक किया जा सकता है। इसके लिए ट्रांसमिटर का इस्तेमाल किया जाता है।

हैकर ने कहा ''वो डेंमोंस्ट्रेशन न कर सकें इसके लिए उनपर अटैक हुआ। उसकी टीम के लोगों का मर्डर कर दिया गया है। उसे भी गोली लगी। जब उसकी टीम बीजेपी के नेताओं से मिलने हैदराबाद गई तो टीम पर गोलियां चलाई गईं। इसमें उसे गोली लग गई। लेकिन वो बच गए।'' हैकर का दावा है कि ''हैकिंग के बारे में बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे को पता था।''

हैकर का कहना है, ''EVM मशीन हैक की जा सकती है। 2014 के लोकसभा चुनाव में गड़बड़ी की गई। सिर्फ बीजेपी ही नहीं, बल्कि सपा, बसपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी EVM की धांधली में शामिल हैं।'' एक्‍सपर्ट का दावा है कि अगर दिल्ली में उनकी टीम ने ईवीएम हैकिंग नहीं रोकी होती तो आम आदमी पार्टी की जीत मुश्किल थी।

हैकर ने दावा किया है कि 2014 के चुनावों में हैकिंग के लिए बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे ने संपर्क किया था, बाद में यही वजह उनकी मौत का कारण बनी। 

बता दें, भारतीय इलेक्शन कमीशन ने भारतीय पार्टियों को न्यौता दिया था कि वो आ कर आ EVM हैक करें। लेकिन सिर्फ इसके लिए दो ही पार्टी पहुंची थी। भारतीय इलेकशन कमीशन हमेशा से यह कहता आया है कि EVM को हैक नहीं किया जा सकता है और EC अभी भी अपने बयान पर कायम है।

लंदन में EVM हैकिंग के दावे के बीच कांग्रेस ने कहा है कि वे चाहते हैं कि ईवीएम को फुलप्रूफ बनाया जाए। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि इस समय दुनिया में कुछ देश ही हैं जहां EVM बचा है। जो देश इसका प्रयोग करते थे, उन्होंने भी इसे अब बन्द कर दिया।

सिंघवी ने कहा कि हम चाहते हैं चुनाव फिर से पेपर बैलट पर हो, लेकिन इतनी जल्दी नहीं जा सकते। इसलिए हम EVM को फुलप्रूफ बनाने की मांग कर रहे हैं। अभी VVPAT का सिर्फ 1 प्रतिशत इस्तेमाल हो रहा। हम मांग कर रहे हैं कि VVPAT के बड़े सैम्पल यानि 50% जांच होना चाहिए। इससे देश आश्वस्त होगा।'' 

यह समाचार कई न्‍यूज साइट्स से ली गई है। गांव कनेक्‍शन इस खबर की पुष्‍ट‍ि नहीं करता है। 

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