लड़की की जबरन हो रही थी शादी, महिला वकील ने किया वीडियो पोस्‍ट तो रुकवाई गई

श्रृति की शादी 15 दिसंबर को होनी थी। श्रृति ने वीडियो और लेटर के माध्‍यम से अपनी बात लोगों तक पहुंचाई।

Update: 2018-12-13 13:44 GMT

लखनऊ। ''मैं शादी नहीं करना चाहती, मैं पढ़ना चाहती हूं। आप लोग मेरी मदद करें, मेरे मम्‍मी पापा मेरी जबरदस्‍ती शादी करा रहे हैं।'' ये शब्‍द गोरखपुर की एक लड़की श्रृति पांडेय के हैं। श्रृति के माता-पिता उसकी शादी जबरदस्‍ती करा रहे थे। शादी से मना करने पर उसका चचेरा भाई उसे बंदूक दिखाता था और जान से मारने की धमकी देता था।

श्रृति इन धमकियों के आगे भी नहीं झुकी और शादी से दो दिन पहले प्रशासन ने उसकी शादी रोक दी। श्रृति की शादी 15 दिसंबर को होनी थी। श्रृति ने वीडियो और लेटर के माध्‍यम से अपनी बात लोगों तक पहुंचाई। श्रृति ने गारेखपुर के शाहपुर थाने के एसएचओ को पत्र भी लिखा था।

लड़की का लिखा हुआ लेटर। 

उसने लिखा था, ''मेरी मां ने मेरी शादी कराने के लिए मुझे प्राइवेट फॉर्म भरवाकर इंटर तक करा दिया। इन्‍होंने मेरी बड़ी बहन के साथ भी जबरदस्‍ती की वो भी पढ़ना चाहती थी, लेकिन उसे भी पढ़ने नहीं दिया गया। हमारे घर में कम उम्र में शादी करा देते हैं ताकि जिम्‍मेदारी खत्‍म हो जाए। इसी वजह से मेरी 17 साल की बहन ने आत्‍महत्‍या कर ली थी। अब ये लोग मेरे साथ भी यही कर रहे हैं। मैंने बहुत प्रयास किया इस शादी को रोकने का।''

''ये लोग मुझे मार डालने की धमकी देते हैं। मैं जब भी शादी से मना करती हूं, मेरे चाचा के लड़के विवेक पांडेय मुझे बहुत मारते हैं। मुझे शादी नहीं करनी, मुझे पढ़ना है। अभी आगे मेरी पूरी जिंदगी पड़ी है। मुझे ये शादी किसी भी कीमत पर नहीं करनी है।''

श्रृति की आवाज शायद उसके घर से कभी बाहर न आ पाती अगर सुप्रीम कोर्ट की वकील प्रज्ञा पारिजात को इस मामले की जानकारी न होती। प्रज्ञा पारिजात बताती हैं कि ''श्रृति के दोस्‍तों ने मुझसे इंस्‍टाग्राम पर संपर्क किया था। उन लोगों ने बातया कि श्रृति की शादी जबरदस्‍ती कराई जा रही है।''

''जब मुझे इस मामले की जानकारी हुई तो मैंने उससे बात की। वो बात करते हुए बहुत रो रही थी। मुझसे कहा कि वो शादी नहीं करना चाहती। मैं जान दे दूंगी। इसपर मैंने श्रृति पांडेय से कहा कि आप जो भी कह रही हैं वो मुझे लिखित में भेजिए और अगर हो सके तो वीडियो बना कर।

''श्रृति को मोबाइल का इस्‍तेमाल करने नहीं देते थे। जब उसे मौका मिला तो उसने एक वीडियो बनाकर मुझे भेजा। फिर भी मैंने अपने स्‍तर से लोगों से बात की। गोरखपुर के डीएम से भी बात की, लेकिन जब कहीं से कुछ नहीं हुआ तो मैंने श्रृति का लैटर और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और पुलिस श्रृति के घर पहुंची, लेकिन उसके मम्‍मी ने उन्‍हें समझाकर वापस भेज दिया।''

प्रज्ञा पारिजात कहती हैं, ''पुलिस भी पहले सहयोग नहीं कर रही थी। लेकिन जब दबाव बड़ा तो इस मामले में कार्रवाई हुई।'' फिलहाल श्रृति की शादी रोक दी गई है। गोरखपुर के एसएसपी के पीआरओ कहते हैं, ''शाहपुर थाने में जांच चल रही है। अगर लड़की नागालिग है तो उसकी शादी नहीं होने दी जाएगी।''

श्रृति का जन्‍म प्रमाणपत्र।

बता दें, श्रृति के जन्‍म प्रमाणपत्र के मुताबिक वो अभी 17 साल की है। इसे लेकर प्रजा पारिजात कहती हैं, ''बाल विवाह निषेध अधिनियम के सेक्‍सन 3 और सेक्‍सन 9 के तहत केस बनता है। सेक्‍सन 3 का उल्‍लंघन हो रहा है कि श्रृति नाबालिग है। दूसरा अगर कोई बालिग ये जानते हुए कि उसकी शादी नाबालिग से हो रही है और वो शादी करने को तैयार है तो उसपर सेक्‍शन 9 के तहत केस बनता है।'' प्रज्ञा बताती हैं कि ''इस तरह के मामले में कोई भी शिकायत कर सकता है। अगर किसी को भी जानकारी हो कि बाल विवाह हो रहा है तो वो इसके खिलाफ शिकायत कर सकता है।''   

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