सरकारी स्कूल ने केमिस्ट्री के तत्वों को याद रखने के लिए निकाली नई तरकीब, बच्चों का किया रासायनिक नामकरण

मध्यप्रदेश के सतना की सरकारी स्कूल व्यंकट वन ने रासायनिक तत्वों के नाम से बच्चों की हाजिरी शुरू की है, स्कूल की प्रिंसिपल का दावा है कि इससे बच्चों को तत्वों के नाम याद रखने में आसानी होगी।

Update: 2021-10-12 14:33 GMT

सतना (मध्य प्रदेश)। आप जब स्कूल में थे तो हर दिन सुबह अटेंडेंस रोल नंबर से होती थी या फिर नाम लेकर बुलाया जाता था, लेकिन इस क्लास में ऐसा बिल्कुल नहीं है, यहां पर बच्चों को केमिस्ट्री के एलीमेंट्स यानी तत्वों के नाम से बुलाया जाता है।

रसायन विज्ञान के तत्वों और सूत्रों को याद रखना मुश्किल होता है। यह बात अक्सर रिजल्ट में भी दिखती है। इस मुश्किल काम को आसान बनाने के लिए कोई अलग 'फॉर्मूला' नहीं है, लेकिन शिक्षक इसके लिए नई-नई तरकीब खोजते रहते हैं। ऐसा ही एक 'फॉर्मूला' मध्यप्रदेश के सतना ज़िला के शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (व्यंकट वन) ने निकाला है। बच्चों का रासायनिक नामों के आधार पर नामकरण किया है। अब बच्चे भी एक-दूसरे को रासायनिक तत्वों के नाम पर बुलाते हैं।


12वीं में पढ़ने वाले 17 साल के मयंक पांडेय भी पहले तत्वों के नाम आसानी से नहीं याद कर पाते थे, वो गांव कनेक्शन को बताते हैं, "रसायन विज्ञान के तत्वों के नाम आसानी से याद नहीं होते। इन तत्वों को याद रखना जरूरी है क्योंकि आगे प्रतियोगी परीक्षायें देनी पड़ेंगी। इसलिए लिए सर ने आसान बनाने के लिए तत्वों के आधार पर हम सब का रासायनिक नामकरण किया है। हम एक-दूसरे को इसी नाम से बुलाते हैं।"

आवर्त सारणी में तत्वों की भरमार इनके नाम याद रखना बेहद कठिन

रसायन विज्ञान में सबसे कठिन उसकी आवर्त सारणी (periodic table) है। इसमें तत्वों की भरमार है जो याद रखना मुश्किल है। कहा जाता है आवर्त सारणी की तत्वों को याद कर लिया जाय तो रसायन विज्ञान का 'रहस्य' आसानी से पता चल जाएगा।

इस पर व्यंकट वन स्कूल की छात्रा आकृति गर्ग बताती हैं "आवर्त सारणी को इजीली लर्न (आसान तरीके से पढ़ना) करना बेहद मुश्किल होता है, क्योंकि उसमें एलिमेंट्स की क्वांटिटी ज्यादा होती है। ऐसे में अपने बेस्ट फ्रेंड के रासायनिक नाम और उनकी प्रॉपर्टीज याद रखना आसान हो जाता है। और हमें आवर्त सारणी के तत्वों को याद रखने में ज़्यादा परेशानी नहीं होती।"


स्कूल में हाजिरी के नए तरीके को शुरू करने वाले रसायन विज्ञान के शिक्षक डॉक्टर रामानुज पाठक (41 वर्ष) ने गांव कनेक्शन को बताते हैं, "आवर्त सारणी रसायन विज्ञान की एक टेबल है, जिसमें तत्वों को उनके गुणों के आधार पर रखा गया है। आवर्त सारणी में वर्तमान तक खोजे गए 118 तत्वों को रखा गया है। इसमें कुल 4 ब्लॉक एस (S), ई (E), डी (D) और एफ (F) हैं। एस ब्लॉक में 13, ई ब्लॉक में 37, डी ब्लॉक में 40 और एफ ब्लॉक में 28 तत्वों को रखा गया है। इन्हें याद रखना कठिन है।"

जैसा जिसका रोल नंबर वैसा ही रासायनिक नाम

व्यंकट वन स्कूल में इन दिनों केमिस्ट्री की क्लास में खेल-खेल में पढ़ाई हो रही है। आवर्त सारणी के आधार पर हुए नामकरण के बाद बच्चे तत्वों के नाम से ही बुलाते हैं। आवर्त सारणी के आधार पर किसी को हाइड्रोजन किसी को हीलियम आदि जैसे कई नाम दिए गए हैं। यह सब उनके रोल नम्बर के आधार पर किया गया है।


12वीं की छात्रा दिव्यानी सोनी बताती हैं, "जैसा कि कक्षा में मेरा रोल नंबर है वैसे ही मुझे रासायनिक नाम दिया गया है। मेरा रोल नंबर 24 है और आवर्त सारणी के 24 वें नम्बर पर क्रोमियम आता है। इसलिए मेरा नाम क्रोमियम रखा गया। 24 क्रोमियम की परमाणु संख्या है। क्रोमियम को आवर्त सारणी के बी-ब्लॉक में रखा गया है। परमाणु भार 51.99 है । इसकी खोज लुईस निकोलस वैक्वेलिन ने की थी।"

दिव्यानी की बात को दोहराते हुए आयुष पांडेय कहते हैं कि उनका रोल नम्बर 20 है तो उनके आवर्त सारणी के हिसाब से मेरा नाम कैल्शियम है। क्लास में इन्ही नामों से हाज़िरी होती है।

फिलहाल मैथ की क्लास में फार्मूला का उपयोग

व्यंकट वन स्कूल ने आवर्त सारणी के हिसाब से हाज़िरी के फार्मूले का उपयोग एक क्लास में किया है। यह प्रायोगिक तौर पर साइंस ग्रुप के सब्जेक्ट ग्रुप में लागू किया गया है।


शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (व्यंकट वन) के प्राचार्य सुशील कुमार श्रीवास्तव ने गांव कनेक्शन को बताया, "रसायन विज्ञान के शिक्षक डॉक्टर रामानुज पाठक ने एक दिन आवर्त सारणी से विद्यार्थियों की हाजिरी लेने की इच्छा जाहिर की थी। मैं भी रसायन विज्ञान का छात्रा रहा हूँ। इसलिए जानता हूँ कि आवर्त सारणी के तत्त्वों को उनके क्रमानुसार याद रखना कठिन है। जो फार्मूला हमने लागू किया वह सफल हुआ है। विज्ञान संकाय की अन्य कक्षाओं में भी इसे लागू करेंगे।"

शिक्षक रामानुज पाठक ने बताया कि यह कक्षा 12 वीं के मैथमेटिक्स (गणित) के कक्षा में लागू किया गया है। मौजूदा समय में इस कक्षा में 71 विद्यार्थी हैं। वैसे 12वीं की कक्षा में कुल 220 विद्यार्थी वर्तमान में अध्ययनरत हैं।" 

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