राजस्थान-गुजरात बॉर्डर पर फंसे उत्तर प्रदेश और बिहार के मजदूर भी लौटना चाहते हैं अपने गांव

Update: 2020-04-01 10:41 GMT

अरवल्ली(गुजरात)। लॉकडाउन के बाद देश भर से मजदूर अपने घरों के लिए निकल पड़े, कुछ अपने घरों तक पहुंच गए और कई लोग अभी भी फंसे हुए हैं।

गुजरात में मजदूरी करने वाले ये मजदूर कई किमी का सफर करने के बाद अब भी घर नहीं पहुंच पाए हैं। उत्तर प्रदेश के रायबरेली के रहने वाले धीरज तिवारी भी इन्हीं मजदूरों में से एक हैं। धीरज सूरत में ड्राइवर हैं, लेकिन अब घर जाना चाहते हैं।

धीरज बताते हैं, "कोरोना वायरस के कारण रोजगार बंद होने की वजह से सभी दिहाड़ी मजदूर अपने घर जाने के लिए चल पड़े हैं, किसी तरह गाड़ी करके हम यहाँ तक पहुंचे अब हमें आगे ही नहीं जाने दिया जा रहा। हमें न खाना दिया और ना ही पानी।"


दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, मध्य प्रदेश, झारखण्ड जैसे राज्यों से निकले ये मजदूर बड़ी मुसीबत में फँस चुके हैं। अपने घर जाने के लिए इनके पास कोई साधन नहीं है, ये रो रहे हैं, भूखे पेट हैं, बीच रास्ते में फँस चुके हैं और हर किसी से मदद की गुहार लगा रहे हैं।

कई लोग अपने परिवार को मिलने के लिए तरस रहे है पर सभी लोग रास्ते में ही अटक गए है, पर उनकी सुनने वाला ना ही कोई है। कुछ लोगों को बिहार जाना है, जो किसी को यूपी, तो कोई मध्यप्रदेश का है, लोगों का कहना था है, राजस्थान के लोगों को जाने दिया गया, पर उन्हें क्यों रोका गया वो समझ नहीं पाए। कुछ लोग उदयपुर तक गए पर उन्हे वापस राजस्थान गुजरात सीमा पर लाया गया।

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