"पावरी" डाँग गुजरात के वनवासियों के बीच प्रचलित एक स्थानीय वाद्य यंत्र।
इसे बनाने के लिए सूखे तुम्बा (लौकी की प्रजाति) और बैल के सींग का इस्तेमाल किया जाता है।
कुकना और भील जनजाति के वनवासी डुंगरदेव (पहाड़ देवता) की पूजा के दौरान पावरी को विशेष तौर पर बजाते हैं।
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