गाँव कनेक्शन की ख़बर का असर: बेसहारा महिलाओं को मिलेगा आशियाना

Update: 2017-07-13 12:35 GMT
गाँव कनेक्शन अख़बार द्वारा 29 मई के अंक में प्रकाशित की गई ख़बर।

कन्नौज। जिला बनने के 20 साल बाद भी भटकती महिलाओं और बच्चों को रखने के लिए यहां कोई भी सुरिक्षत जगह नहीं है। ‘गाँव कनेक्शन’ की ओर से मामला उठाए जाने के बाद संबंधित विभाग ने संज्ञान लिया है। इस पर रिपोर्ट मांगी गई है।

दैनिक गाँव कनेक्शन समाचार पत्र ने 29 मई के अंक में ‘भटकती महिलाओं को रखने की महफूज जगह नहीं’ नाम से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद महिला एवं बाल विकास ने गंभीरता दिखाई और कन्नौज जिले से इस पर रिपोर्ट तलब की है। प्रभारी जिला प्रोबेशन अधिकारी पवन कुमार सिंह ने बताया, ‘‘खबर छपी है तो निदेशालय ने संज्ञान लिया है। रिपोर्ट मांगी गई है बनवा रहे हैं।’’

इस खबर का हुआ असर- कन्नौज शहर में न तो नारी निकेतन केंद्र न ही बाल सुधार गृह

संरक्षण अधिकारी विजय राठौर ने बताया, ‘‘विभाग ने गाँव कनेक्शन की खबर को देखकर जानकारी मांगी है।’’ बताते चलें कि कन्नौज जिले में अब तक बच्चों के लिए बाल सुधार गृह और युवतियों के लिए नारी निकेतन गृह नहीं बन सका। जिसकी वजह से अगर कोई बेसहारा, मानसिक रूप से परेशान, भटकती महिला या बच्चा मिल जाता है तो उसे इटावा और कानपुर जिले में ले जाना पड़ता है। इससे विभागीय कामकाज भी प्रभावित होता है, साथ ही अन्य दिक्कतें भी होती हैं।

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