इन तस्वीरों में देखिए लखनऊ की चिकनकारी, ऐसे बनते हैं डिजाइनर कपड़े

Update: 2020-11-07 07:50 GMT
चिकन के कपड़ों को धुलाई के बाद सुखाता धोबी।

चिकन के कपड़े आप को भी पसंद होंगे, दुनियाभर में चिकन की मांग रहती है। सादगी भरे ये कपड़े अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं। पिछले कुछ वर्षों में ये काफी रंगीन और डिजाइनर हो गए हैं, गांव कनेक्शन के फोटो जर्नलिस्ट विनय गुप्ता आप को अपनी तस्वीरों के जरिए दिखा रहे हैं चिकन की यात्रा। (फोटो के नीचे एक खास वीडियो भी है)

सबसे पहले कपड़ों पर ब्लॉक से डिजाइन बनाया जाता है। इसे छापा भी कहते हैं, जो अमूमन सीनियर कारीगर करते हैं।
कपड़े पर छपाई होने के बाद उसपर कारीगर बुटिक के अलग- अलग काम करते हैं।
चिकनकारी काम में युवा कारीगर अपनी रूचि दिखाते हैं। जो उनके रोजगार का भी एक साधन बनता है।
स्कूलों से लौटने के बाद अपने खाली समय में छात्र इस काम को सीखते है।
चिकनकारी के इस काम को महिलाएं भी अपना रोजगार बना रही हैं।
कढाई और डिजाइन होने के बाद कपड़ों को धोबी को दिया जाता है, जो इसकी सफाई करके कारीगरों को वापस कर देता है।
लखनऊ के कई इलाकों कुडि़याघाट, नख्खास, चौक, अमीनाबाद सहित अन्य जगहों पर लोग चिकनकारी का काम करते हुए दिख जाएगें।

तो ये थीं तस्वीरें अब आपको वो वीडियो दिखाते हैं जो गां कनेक्शन ने खास कर लखनऊ की चिकनकारी पर बनाया है.. ये वीडिया दूरदर्शन पर प्रसारित कार्यक्रम हमारा कार्यक्रम में दिखाया गया था और खूब पसंद किया गया था.. नीचे देखिए वीडियो

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