सीतापुर। एक तरफ सरकार किसानों की स्थिति सुधारने के लिए हर कोशिश कर रही है वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में आग की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। तेज पछुआ हवा चलने के कारण जिले के विभिन्न क्षेत्रों में आये दिन आग की घटनाएं घटित हो रही हैं। खलिहानों में आग लगने की घटनाएं प्राय: अधिक हो रही हैं। जिससे गेहूं की फसलें, गन्ना की फसल, चना, मसूर की फसलें इसकी चपेट में आ रही हैं। जनवरी से 11 अप्रैल 2016 तक जिले के विभिन्न भागों में आग की गरीब चार दर्जन से ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं, इन घटनाओं में गृहस्वामियों, किसानों को करीब लगभग 50 लाख से ज्यादा की संपत्ति का नुकसान हुआ है। किसानों की फसल जलने के कारण उनके सामने खाने के लिए अन्न की चिंता सता रही है। कुछ किसानों का परिवार भुखमरी की कगार पर आ चुका है।
सीतापुर में लगी आग,महिला की मौत
जिले के पिसावां थाना क्षेत्र के एक गाँव में खाना बनाते समय लगी आग से महिला की मौत हो गई। आग इतनी भयानक थी की देखते ही देखते ही आग ने गाँव के 25 घरों को पलभर में ही जलाकर खाक कर दिया। आग से लगभग 10 लाख की सम्पत्ति का नुकसान हुआ है।
सीतापुर के पिसावां थाना क्षेत्र के दौलतियापुर गाँव में रहने वाले अर्जुन पुत्र रामविलास की पत्नी रिंकी (25 वर्ष) घर में चूल्हे पर खाना बना रही थीं। इसी दौरान एक चिंगारी उड़कर छप्पर पर गिर गई, देखते ही देखते चिंगरी से छप्पर में भीषण आग लग गई। जिसकी चपेट में आने से रिंकी की जलकर मौत हो गई।
हवा के कारण आग तेजी से फैलती गई, जिसकी चपेट में गाँव के 25 घर आ गए। बड़ी मुश्किल से गाँववालों ने आग पर काबू पाया।
मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष केके मिश्रा ने बताया, “खाना बनाते समय आग लगी, जिसमें एक महिला की मौत हो गई। आग से लगभग 25 घरों को नुकसान हुआ है।”
इनके जले घर
आग से पीड़ित लोगों में रामसरन, संतराम, रामविलास, सकरू, परशुराम, रामगोपाल, रामहेत, बनवारी, रामकुमार, कमल पाल, अवधेश, सतीश, तोलेराम, कंधई आदि लोगों के घर जलकर खाक हो गए।
बाराबंकी में एसपी दफ्तर के सामने लगी आग
बाराबंकी। शरीर झुलसाती गर्मी में आग भी कहर ढा रही है। सोमवार को बाराबंकी में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने जंगल में आग लग गई। हवा के चलते बास के जंगल में आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। इसकी चपेट में आकर कई वाहन खाक हो गए। दमकल की गाड़िया जबतक आग पर काबू पाती पुलिस अधीक्षक कार्यालय का बोर्ड भी जल गया। आग के चलते काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही। पिछले हफ्ते सूरतगंज जिले के कई गांवों में कई खतों में आग लग गई थी।