शाहजहांपुर: सीएम योगी ने गिनाईं सरकार की उपलब्धियां, मुख्यमंत्री की रैली में रोके जाने पर भड़कीं आशा बहुएं

शाहजहांपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को 484 करोड़ रुपए की 232 योजनाओं का तोहफा दिया है। इस लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि परशुराम की साधना स्थली की गई तपस्या हमेशा फलीभूत होती हैं। इस दौरान सीएम के रैली जाने से रोके जाने पर आशा बहुओं ने जमकर अपनी भड़ास निकाली।

Update: 2021-11-10 12:27 GMT
शाहजहांपुर के जलालाबाद में आयोजित जनसभा के दौरान महिला को आवास योजना की चाभी सौंपते सीएम योगी, साथ में हैं जितिन प्रसाद और सुरेश खन्ना।

जलालाबाद (शाहजहांपुर)। मंगलवार को जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शाहजहांपुर के जलालाबाद कस्बे पहुंचे तो रैली स्थल खचाखच भरा हुआ था। मुख्यमंत्री करीब डेढ़ बजे समारोह में पहुंचे। मुख्यमंत्री ने महान क्रांतिकारी पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, और अशफाक उल्ला खां को याद किया और परम वीर चक्र विजेता शहीद जदुनाथ सिंह को नमन किया। सीएम ने कहा कि ये भगवान परशुराम की साधना स्थली मानी जाती है। यहां पर की गई तपस्या हमेशा फलीभूत होती है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद शाहजहांपुर में 484 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 232 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इसमें काकोरी शहीद इण्टर कॉलेज, जलालाबाद में 259 करोड़ रुपये से अधिक की 131 विकास परियोजनाओं तथा रामलीला मैदान, शाहजहांपुर में 225 करोड़ रुपये से अधिक की 101 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास शामिल हैं।

इस दौरान आए हुए लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि विकासप्रिय जनप्रतिनिधियों के कारण जनपद शाहजहांपुर विकास की प्रक्रिया में तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे जनपद शाहजहांपुर से होकर निकल रहा है, जिससे यहां के औद्योगिक विकास को और गति मिलेगी। जनपद शाहजहांपुर में मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो गया है। इस मेडिकल कॉलेज से न केवल स्वास्थ्य की बेहतर सेवाएं मिलेंगी, बल्कि शाहजहांपुर व इसके आसपास के नौजवानों को मेडिकल की पढ़ाई के लिए भी सुविधा प्राप्त होगी।

शाहजहांपुर में सीएम योगी ने 484 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 232 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।

4.5 साल में नहीं हुई कोई दंगा, माफियाओं की 1800 करोड़ की संपत्तियां जब्त-सीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में पर्व एवं त्यौहार शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण ढंग से मनाए जा रहे हैं। राज्य सरकार के नेतृत्व में मजबूत कानून व्यवस्था के कारण साढ़े चार वर्षों में प्रदेश में कोई भी दंगा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रयागराज कुम्भ, लोकसभा चुनाव, पंचायत चुनाव जैसे बड़े-बड़े कार्य शांतिपूर्ण ढंग से सबके सहयोग से सम्पन्न हुए हैं। अपराध एवं अपराधियों के प्रति प्रदेश सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है। माफियाओं एवं अपराधियों की 1800 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध सम्पत्तियों को जब्त करने की कार्यवाही की जा चुकी है। आज प्रदेश के सभी क्षेत्रों में अनवरत विकास हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने कार्यकाल के शुरुआत में ही सर्वप्रथम बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिए एण्टी रोमियो स्क्वॉयड का गठन किया। प्रदेश में मिशन शक्ति के तृतीय चरण को आगे बढ़ाया जा रहा है। मिशन शक्ति के माध्यम से महिलाओं तथा बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के लिए कार्य किए जा रहे हैं। प्रदेश के 86 लाख लघु एवं सीमान्त किसानों का 36 हजार करोड़ रुपये का फसली ऋण माफ किया गया है। आज प्रदेश में अवैध बूचड़खाने बंद हैं। निराश्रित गोवंश के लिए गौआश्रय स्थलों का निर्माण किया जा चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया से योग्यता के आधार पर साढ़े चार वर्षों में साढ़े चार लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी प्रदान की गयी है। निजी निवेश के माध्यम से प्रदेश में रोजगार के अवसरों में वृद्धि की गयी। 01 करोड़ 61 लाख युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराया गया है। 60 लाख से अधिक लोगों को एक जनपद-एक उत्पाद, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना इत्यादि के माध्यम से स्वरोजगार से जोड़ा गया है। पुलिस भर्ती में 20 प्रतिशत स्थान महिला आरक्षियों के लिए रखे गए हैं।

मुख्यमंत्री ने जनपद भ्रमण के अवसर पर स्व. सेठ श्री विशन चन्द्र जी की मूर्ति का अनावरण किया। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास योजनाओं के लाभार्थियों को आवास की चाभी, प्रमाण पत्र, नियुक्ति पत्र, चेक, प्रोत्साहन सामग्री भी वितरित की। इन अवसरों पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, प्राविधिक शिक्षा मंत्री जितिन प्रसाद, खादी एवं ग्रामोद्योग राज्य मंत्री चौधरी उदयभान सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री के समारोह में रोके जाने से आशा बहुएं नाराज

मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के बाद कुछ आशा वर्कर सड़क पर आ गईं और उन्होंने मुख्यमंत्री के भाषण को सुनने आए कुछ भाजपा नेताओं की गाड़ियों के आगे सड़क पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इस दौरान आशा वर्कर और पुलिस के बीच काफी नोकझोंक हुई। आशा वर्करों का आरोप था कि वह अपनी ड्रेस में मुख्यमंत्री के भाषण में शामिल होने से रोक दी गईं इसके अलावा उनका घोषणापत्र भी फाड़ दिया गया वह मुख्यमंत्री को अपनी मांगपत्र को सौंपना चाहती थी। इस दौरान आशा बहुओं ने पुलिस पर हाथापाई का भी आरोप लगाया। देखिए वीडियो

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