कन्नौजः तिर्वा से जो जीता, उसने भोगा सत्ता का सुख 

Update: 2017-03-12 16:43 GMT
बीजेपी प्रत्याशी अर्चना पांडेय को जीत का प्रमाण पत्र देते आरओ उदयवीर सिंह।

अजय मिश्र

कन्नौज। इत्रनगरी वाले जिले की तिर्वा (पहले उमर्दा) विधानसभा सीट ऐसी है जहां चुनाव जिस पार्टी का विधायक जीतता है वह सत्ता का सुख भोगता है। इस चुनाव में भी कुछ ऐसा ही हुआ है।

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तीन विधानसभाओं वाले जिले की 197 तिर्वा विधानसभा सीट का खेल अनोखा है। वर्श 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से कैलाश राजपूत जीते हैं। उत्तर प्रदेश में भाजपा को बहुमत मिला है। भाजपा की सरकार बनना तय हो चुकी है। इससे पहले वर्श 2007 के चुनाव में कैलाश राजपूत ने बसपा की टिकट पर चुनाव जीता था। उस समय बसपा सुप्रीमो मायावती मुख्यमंत्री बनी थीं।

वर्श 2012 के चुनाव में यहां से विजय बहादुर पाल सपा की साइकिल से चुनाव जीते तो मुख्यमंत्री पद पर अखिलेष यादव विराजमान हुए। वर्श 2002 में सपा के विजय बहादुर पाल के चुनाव जीतने के बाद मुलायम सिंह यादव ने सत्ता की बागडोर संभाली थी। वर्श 1996 में भाजपा के टिकट पर ही कैलाश ने जीत दर्ज की थी, उस समय भाजपा और बसपा गठबंधन की छह-छह माह की सरकार बनी थी। 1993 में सपा के अरविंद प्रताप सिंह चुनाव जीते तो बाद में मुलायम सिंह यादव ने सपा पार्टी से मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली।

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