अब एएनएम के टैबलेट पर होगी यूपी के गाँवों की कुंडली

प्रत्येक टैबलेट का अपना एक अलग यूनिक नंबर और पासवर्ड होगा जो सिर्फ स्वास्थ्य विभाग के ही एप काम करेगा

Update: 2019-05-13 07:25 GMT
प्रतीकात्मक तस्वीर साभार: इंटरनेट

लखनऊ। प्रदेश में संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की गाँवों में क्या प्रगति हो रही है इसकी रिपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी औक्सिलरी नर्स मिडवाइफ (एएनएम) पर होती है। इस काम को करने में अभी काफी वक्त लगता है। लेकिन इस प्रक्रिया को आसान करने के लिए शासन ने नए बदलाव किए हैं। अब एएनएम टैबलेट पर इस रिपोर्ट को बनाएंगी।

टैबलेट में ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन डाटा दर्ज करने की सुविधा मिलेगी। गोपनीयता रखने के लिए प्रत्येक टेबलेट का अपना यूनिक नंबर और पासवर्ड दिया जाएगा। टैबलेट पर सिर्फ स्वास्थ्य विभाग के ही एप काम कर सकेंगे।

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प्रतीकात्मक तस्वीर  साभार: इंटरनेट

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक पंकज कुमार ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देश दिये हैं। टैबलेट में ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन डाटा दर्ज करने की सुविधा भी उपलब्ध है। गोपनीयता रखने के लिए प्रत्येक टैबलेट का अपना एक आइएमईआई नंबर होगा ताकि यह एप किसी अन्य मोबाइल व अन्य टैबलेट पर काम न कर सके।

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इस योजना के तहत एएनएम को टैबलेट में सारी जानकारियां दर्ज करानी होंगी। टैबलेट में अनमोल एप में एएनएम को अपने प्रतिदिन के कार्यों की जानकारी दर्ज करनी होगी। उन्होंने किन गाँव का भ्रमण किया है, कहाँ-कहाँ अपनी सेवाएं दी हैं, कितने योग्य दंपत्ति हैं, गर्भवती व धात्री महिलाएं तथा बच्चे हैं।

बच्चे किस श्रेणी के हैं, कितने बच्चों का टीकाकरण हुआ है और किनका होना है, गाँव में कौन सा रोग फैला है, कितने लोग बीमार हैं इससे संबंधित जानकारियां टेबलेट में दर्ज करनी होंगी। इस संबंध में एएनएम को प्रशिक्षण दिया जाएगा। 

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