क्या हरियाणा सरकार ने राम रहीम को अडाणी के हेलीकॉप्टर में उड़ाया था? जानिए क्या है सच

Update: 2017-09-01 15:12 GMT
नरेंद्र माेदी और राम रहीम सिंह एक जैसे हेलीकॉप्टर में

लखनऊ। बीते शुक्रवार को जब डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को बलात्कार मामले में दोषी पाया गया तो उन्हें पंचकुला की सीबीआई कोर्ट से हेलीकॉप्टर में जेल तक ले जाया गया। हेलीकॉप्टर में बैठे गुरमीत राम रहीम सिंह की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। उनकी इस फोटो के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी एक फोटो वायरल हो रही है जिसमें वे भी बिल्कुल वैसे ही हेलीकॉप्टर पर बैठे हैं जैसा हेलीकॉप्टर बाबा राम रहीम का है।

सोशल मीडिया पर यह फोटो खूब शेयर की जा रही है और कहा जा रहा है कि ये हेलीकॉप्टर अडाणी ग्रुप का है और नरेंद्र मोदी इससे यात्रा करते हैं। लोगों का कहना है कि नरेंद्र मोदी ने ये हेलीकॉप्टर बाबा राम रहीम को भी दिया जिससे उन्हें सुरक्षित जेल तक ले जाया जा सके।

लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो इस बात को गलत बता रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि ये दोनों हेलीकॉप्टर अलग हैं। वेबपोर्टल वूम लाइव के मुताबिक, जब जनता का रिपोर्टर वेबसाइट ने इस बारे में ख़बर छापी कि गुरमीत राम रहीम सिंह को अडाणी के हेलीकॉप्टर से जेल ले जाया गया तब इस ख़बर के जवाब में अडाणी ग्रुप का जवाब आया कि हम न ऐसे किसी हेलीकॉप्टर के मालिक हैं न ही हमने इसे लीज़ पर लिया है। जिस हेलीकॉप्टर से राम रहीम सिंह को ले जाया गया वो हमारा नहीं है।

अडाणी ग्रुप ने ये कहा

बूम लाइव को भेजे गए एक ईमेल में अडाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा कि हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि अडाणी ग्रुप न ऐसे किसी हेलीकॉप्टर का मालिक है न ही हमने इसे लीज़ पर लिया है। इसलिए ये ख़बर कि अडाणी ग्रुप ने एडब्ल्यू 139 हेलीकॉप्टर लीज़ पर लेकर किसी राजनीतिक पार्टी की मदद की है या गुरमीत सिंह को एयरलिफ्ट किया बिल्कुल झूठ है। ऐसा साफ तौर पर पता चलता है कि ये समाचार भारत के सबसे प्रतिष्ठित कॉरपोरेट ग्रुप जिसका नाम अडाणी ग्रुप है, को बदनाम करने और सनसनी फैलाने के लिए लिखा गया है।

प्रवक्ता ने ये भी कहा कि हालांकि अडाणी ग्रुप ने पहले एक हेलीकॉप्टर का ऑर्डर दिया था लेकिन वो कैंसल हो गया। 2011 में टाइम्स ऑफ इंडिया में छपा एक आर्टिकल और एक प्रेस रिलीज के मुताबिक, अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी ने कहा था कि अडाणी ग्रुप ने फरवरी 2011 में एक एडब्ल्यू 139 हेलीकॉप्टर उनसे ख़रीदा था।

इस बारे में अडाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा कि हमने कुछ साल पहले एक हेलीकॉप्टर का ऑर्डर दिया था लेकिन बाद में इसे कैंसिल कर दिया। हमारे पास इस कंपनी का कोई हेलीकॉप्टर न पहले था और न अब है।

सोशल मीडिया पर वायरल

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ख़बरों के मुताबिक गुरमीत राम रहीम सिंह को उसी एडब्ल्यू 139 हेलीकॉप्टर से रोहतक जेल ले जाया गया जिसमें 2014 में नरेंद्र मोदी ने सफर किया था। कांग्रसे पार्टी के सलमान निज़ामी ने भी ये ट्वीट किया

ज़्यादातर ट्विटर यूज़र यह पता करने में असफल रहे कि 'एडब्ल्यू 139' (अगस्ता वेस्टलैंड) हेलीकॉप्टर का मॉडल नंबर है उसका रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं। एडब्ल्यू 139 15 सीट का मीडियम साइज़ का दो इंजनों वाला हेलीकॉप्टर है जिसे इटली की अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी ने बनाया है। इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल ज़्यादातर वीआईपी, फायर फाइटिंग, कानून स्थापित करने वाली संस्थाओं, सर्च और रेस्क्यू करते वक्त व कॉरपोरेट ट्रांसपोर्ट में होता है।

तो सच में अडाणी का नहीं है एडब्ल्यू 139

नागरिक उड्डयन के महानिदेशालय के दस्तावेज़ों की जुलाई 2017 की एयर ऑपरेटर परमिट लिस्ट के अनुसार, अडाणी की करनावती एविएशन प्राइवेट लिमिटेड इस लिस्ट में शामिल है और इसमें तीन एयरक्राफ्ट HAWKER 850XP, CL 600-2B16 और EMB-135BJ LEGACY 650 लिस्टेड हैं लेकिन एडब्ल्यू 139 नहीं।

डीएलएफ का था पीएम मोदी वाला हेलीकॉप्टर

बूम लाइव के अनुसार, 2014 में एक चुनावी रैली के दौरान मोदी ने जो हेलीकॉप्टर एडब्ल्यू 139 इस्तेमाल किया था वह डीएलएफ का था। टाइम्स ऑफ इंडिया की अप्रैल 2014 की एक ख़बर के अनुसार, उत्तर प्रदेश और बिहार में चुनावी रैली में मोदी ने जो हेलीकॉप्टर लगातार इस्तेमाल किया वह डीएलएफ का एडब्ल्यू 139 था।

क्या कहा हरियाणा सरकार ने

इसके अलावा हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव राम निवास ने दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि गुरमीत रात रहीम सिंह को रोहतक जेल ले जाने के लिए जो हेलीकॉप्टर इस्तेमाल हुआ था वह एक प्राइवेट कंपनी से किराए पर लिया गया था, वह अडाणी ग्रुप का नहीं था।

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