आर. आश्विन का गेंदबाजी के दौरान रूकना खेल भावना के खिलाफ थाः एमसीसी

इससे पहले एमसीसी ने कहा था कि आश्विन ने जो भी किया वह खेल के नियमों के अनुरूप था।

Update: 2019-03-28 12:58 GMT

लखनऊ (भाषा)। क्रिकेट नियमों को बनाने वाली संस्था मेरिलबोर्न क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान आर अश्विन की आलोचना की है। एमसीसी ने कहा कि आश्विन द्वारा गेंदबाजी के दौरान 'रूककर' जोस बटलर को मांकड़िंग रन आउट करना खेल भावना के खिलाफ था। हालांकि इससे पहले एमसीसी ने कहा था कि आश्विन ने जो भी किया वह खेल के नियमों के अनुरूप था।

लेकिन एमसीसी ने अपना रूख बदलते हुए कहा कि आश्विन को बटलर को रन आउट करने से पहले एक बार चेतावनी जरूर देनी चाहिए थी। एमसीसी के नियमों के प्रबंधक फ्रेजर स्टीवर्ट ने प्रेस को बताया कि, 'मामले की समीक्षा करने के बाद हमें नहीं लगता कि यह खेल भावना के तहत था। हमारा मानना है कि अश्विन ने क्रीज पर पहुंचने और ठहराव के बीच ज्यादा समय लिया था। ऐसे में बल्लेबाज उम्मीद करता है कि गेंद फेंक दी गयी है।'

स्टीवर्ट ने कहा बटलर ने ऐसा ही सोचा होगा कि गेंद फेंक दी गई है। इससे पहले एमसीसी ने मंगलवार को कहा था कि यह क्रिकेट के नियमों कहीं नहीं है कि दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाज को चेतावनी दी जाए। यह क्रिकेट की खेल भावना के खिलाफ है कि दूसरे छोर पर खड़ा बल्लेबाल क्रीज से बाहर निकले जिससे उसे रन लेने में फायदा हो। 

आपको बता दें कि आईपीएल 2019 के चौथे मैच के दौरान किंग्स इलेवन पंजाब की भिड़ंत राजस्थान रॉयल्स से हुई थी। राजस्थान रॉयल्स की पारी के तेरहवें ओवर के दौरान ऐसी घटना घटी, जिसकी चर्चा अभी तक क्रिकेट जगत में हो रही है। इस ओवर की अंतिम गेंद फेंकने के दौरान आर. आश्विन अचानक से रूके और फिर गेंदबाजी छोर पर खड़े जोस बटलर को रनआउट कर दिया। उसके बाद से लगातार यह चर्चा जारी है कि क्या आश्विन ने जो किया वह सही था। कुछ क्रिकेट विश्लेषक इसे खेल के नियमों के अन्तर्गत बता रहे हैं जबकि कुछ आलोचक इसे खेल भावना के विपरीत बताकर आश्विन की आलोचना कर रहे हैं। 

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