लखनऊ में 72 हजार राशन कार्ड फर्ज़ी

Update: 2017-02-09 13:34 GMT
एक ही आधार कार्ड पर कई राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ। एक ही आधार कार्ड पर कई राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत सात लाख राशन कार्डों में 70 से 72 हजार कार्ड फर्जी हैं। फर्जी राशन कार्ड के लिए आवेदन करने वालों की सूची निकाल ली गई है। चुनाव में व्यस्तता की वजह से अब चुनाव बाद जांच होगी और राशन कार्डों के निरस्त करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।

जिला पूर्ति अधिकारी संतोष विक्रम शाही ने बताया, “एक आधार कार्ड पर एक ही आवेदन किया जा सकता है। कई लोगों ने एक आधार कार्ड पर आठ से नौ आवेदन किए हैं, जिसकी वजह से यह समस्याएं खड़ी हुई हैं। चुनाव के बाद इसकी जांच की जाएगी कि फर्जी राशन कार्ड कैसे बन गए। राशन कार्ड के लिए आवेदन करने वाले उपभोक्ताओं के आवेदन की जांच की जा रही है। संदिग्ध पाए जाने पर राशन कार्ड निरस्त होंगे।”

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना पात्र गृहस्थी और अंत्योदय परिवार को लेकर गरीब परिवारों को राशन नहीं मिल पा रहा है। आचार संहिता के लगने से पहले 4.10 लाख कार्डों का वितरण अधिकारियों के द्वारा किया गया और 6.10 लाख राशन कार्डों छापवाए गये।

राशन वितरण अधिकारियों के सामने फर्जी राशन कार्ड वापस लेने की चुनौती खड़ी हो गई है। एक राशन कार्ड के आवेदन में लगे आधार कार्ड का नंबर दूसरे राशन कार्ड के आवेदन में मैच कर गया।

आपूर्ति विभाग के अधिकारियों की ओर से अन्य आवेदनों की जांच की गई तो पता चला कि राजधानी में करीब 70 से 72 हजार राशन कार्डों के आवेदन में एक ही आधार कार्ड पाया गया।

उठ रहे सवाल

इस मामले में खाद्य निरीक्षक से लेकर बीएलओ तक ने गहनता से जांच की। एक ही आधार कार्ड आठ से नौ लोगों ने आवेदन कर फर्जी राशन कार्ड बनवाए हैं। जांच के बाद ही राशन कार्ड की सूची जारी की गई और फिर राशन कार्ड छापने की प्रक्रिया शुरू हुई। ऐसे में डोर टू डोर जांच करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर से की गई जांच पर भी सवाल उठने लगे हैं।

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