मोहित कुमार सैनी, स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट
मेरठ। जनपद के हस्तिनापुर क्षेत्र के गाँव मोहमदपुर में एक बार फिर से रजवाहे की पटरी के टूटने से दो गाँवों के दर्जनों किसानों की ज्वार और गन्ने की फसल जलमग्न हो गई। किसानों में सिंचाई विभाग के प्रति भारी रोष व्याप्त है। गाँव मोहमदपुर रजवाहे की पटरी शुक्रवार रात टूट गई थी। पटरी के टूटने से गाँव में भी पानी भर गया है और आसपास के गाँव की भी फसल नष्ट हो रही हैं।
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गाँव मोहमदपुर के प्रधान बिल्लू (46 वर्ष) बताते हैं, “रजवाहा की पटरी टूटने से लाखों रुपए का नुकसान पहले भी हुआ था और इस बार भी हुआ है। सिंचाई विभाग के कर्मचारियों को टेलीफोन करके सूचना देनी पड़ती है और फिर पटरी की मरम्मत करके चले जाते हैं, लेकिन उसका पुख्ता इंतजाम नहीं करते हैं।” मोहमदपुर गाँव के किसान मांगेराम (40 वर्ष) का कहना है, “आए दिन राजवाहे की पटरी टूट जाती है, जिससे किसानों की खेत में पानी भर जाता है। पानी भरने से पूरी फसल बर्बाद हो जाती है। हमारी साल भर की मेहनत पर पानी फिर जाता है।”
इसी गाँव के किसान चंद्रपाल (45 वर्ष) बताते हैं, “सिंचाई विभाग के अधिकारियों को फोन किया जाता है, लेकिन हम गरीब किसानों की सुनवाई नहीं होती है। जब खेतों में पानी भर जाता है तो तब सिंचाई विभाग के कर्मचारी आते हैं।”
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