ओवरब्रिज के नीचे फैली गंदगी का जिम्मेदार कौन?

Update: 2017-04-01 16:06 GMT
ओवरब्रिज के नीचे फैली गंदगी।

स्वाती शुक्ला ,स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ। देश को स्वच्छ बनाने के लिए ‘स्वच्छ भारत मिशन’ अभियान पूरे भारत में जोरों से चल रहा है। नालियां, सड़कों सहित रेलवे स्टेशन, सरकारी कार्यालयों की सफाई की जा रही है, लेकिन फ्लाई ओवर, रेलवे पुलों के नीचे फैली गंदगी की तरफ नजर नहीं जा रही है। पुलों के नीचे सबसे ज्यादा गंदगी रहती है। शहर के लगभग सभी पुलों के नीचे गंदगी का आलम है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ ग्रहण करने के बाद घोषणा की कि स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्य और लक्ष्य राज्य में नई सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होंगे। उत्तर प्रदेश में नई सरकार ने प्रदेश को स्वच्छ बनाने के लिए प्राथमिकता दी है। आलमबाग में रहने वाली स्नेहा सिंह राठौर (38 वर्ष) बताती हैं, “ यहां पुल के नीचे गलत तरीके से गाड़ियां खाड़ी होने के कारण जाम लगता है।

यहां पर दुकानदारों ने कब्जा कर लिया है। घरों से निकला कूड़ा यहीं डाल देते हैं। जिसमें से बदबू आती करती है। यहां पर छोटे-छोटे पेड़ लगाए जा सकते हैं, कूड़े का डिब्बा रख सकते हैं, यहां पर सफाई करने वाले भी नहीं होता है।” एलडीए के मुख्य अभियंता ओपी मिश्रा बताते हैं, “हमारे विभाग के अनुसार विकास कार्य किया जाता है। पुल की देखरेख की जिम्मेदारी लोक निर्माण व नगर निगम की है। बहुत सी जगह पर हमने सफाई और पेड़ लगाए हैं।”

हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि पुलों के नीचे से गंदगी हटाई जा सके। पिकप भवन से गोमती नगर आने वाले ओवर ब्रिज के नीचे पेड़ लगाए जा रहे हैं। अगर ये प्रयास सफल होगा तो हम सभी ओवर ब्रिज के नीचे पेड़ लगाएंगे। शहर में फैली गंदगी को दूर करने के लिए योजना बना रहे हैं।
उदय राज सिंह, नगर आयुक्त

दूसरे राज्यों में पुल के नीचे लगाते हैं पौधे

हैदराबाद और बैंगलूरु जैसे बड़े शहरों में ओवर ब्रिज के नीचे जमीन पर फूल-पौधे लगाकर और पार्किंग और बेन्च लगाकर उसका सौंदर्यीकरण किया गया है।

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