आग के मौसम को देखते हुए अग्निशमन विभाग ने कसी कमर 

Update: 2017-03-18 17:42 GMT
लखनऊ के अग्निशमन विभाग में खड़ी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ। गर्मी आते ही अग्निशमन विभाग के ऊपर दबाव बढ़ने लगता है। क्योंकि गर्मी में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। लेकिन अग्निशमन विभाग के मुताबिक, विभाग हर मौसम ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तैयार रहता है।

लखनऊ मुख्यालय में स्थित अग्निशमन विभाग के मुख्य अग्निशमन अधिकारी अभय भान पाण्डेय ने बताया, "हर मौसम में हम तैयारी करके रखते हैं। मौसम पर विभाग कभी भी आश्रित नहीं होता है। हम आग पर काबू पाने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।"

मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने आगे बताया, "पूरे लखनऊ जिले में आठ फायर स्टेशन हैं। हमारे पास 28 अग्निशमन गाड़ियां हैं, जो किसी प्रकार की आग पर काबू पाने के लिया सक्षम है। हमारे पास 186 फायर मैन हैं, 64 ड्राइवर हैं और 48 लीडिंग फायर मैन हैं।’’

अभय भान बताते हैं, “एक गाड़ी में कुल पांच लोग रहते हैं, जिनमें तीन फायरमैन एक ड्राइवर और तीन हवलदार रहते हैं। एक फायर मैन आठ मिनट तक ही लगातार आग के सामने रहकर उसे काबू करने का प्रयास कर सकता है। इसलिए जब कहीं भी बड़ी आग लगती है, तो विभाग तुरंत दूसरी गाड़ी भी भेजता है, जिससे उस पर जल्द काबू पाया जा सके। लोगों का सिर्फ कहना है कि हम समय पर नहीं पहुचंते है लेकिन हम हमेशा समय पर पहुंचते हैं।”

लखनऊ के मुख्य अग्निशमन अधिकारी अभयभान पांडेय।

"आदमी की जुबान पर ये एक मुहावरा बन गया है कि पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां कभी भी समय पर नहीं पहुंचती हैं, ये लोग हमेशा कहते भी रहेंगे, लेकिन अग्निशमन गाड़ी स्टेशन से तभी निकलती है, जब उसे सूचना दी जाती है। सूचना मिलने के मात्र एक मिनट के बाद अग्निशमन गाड़ी स्टेशन छोड़ देती है। स्टेशन छोड़ने के बाद गाड़ी जाम में फंस जाए तभी देर हो जाती है, वरना हम जल्द ही पहुंचने की तैयारी में रहते हैं। जाम से बचने के लिए ही हमने पूरे लखनऊ में अलग-अलग जगहों पर फायर स्टेशन खोले हुए हैं, जिससे हम आग कहीं भी लगे काबू कर सकें।’’ मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने आगे बताया।

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