रिमोट सिस्टम से बंजर ज़मीनों को चिंहित कर बनाया जा रहा खेती योग्य

Update: 2017-04-02 16:09 GMT
रिमोट सेंसेज तकनीक की मदद से ऊसर भूमि को चिन्हित कर रहा है।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

रायबरेली। गाँवों में खाली पड़े बंजर खेतों को कृषि योग्य बनाने के लिए भूमि सुधार निगम (रायबरेली) रिमोट सेंसेज तकनीक की मदद से ऊसर भूमि को चिन्हित कर रहा है। इस अभियान के अंतर्गत जिले में अभी तक 80 से अधिक गाँवों में बंजर पड़े खेतों को कृषि योग्य बनाया जा चुका है।

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रायबरेली जिले के भूमि सुधार निगम के परियोजना अधिकारी ऐके तिवारी बताते हैं, “निगम अपने रिमोट सिस्टम के द्वारा जिले भर में बंजर पड़ी ज़मीनों को चिन्हित कर उस पर वहां रहने वाले किसानों की मदद से ऊसर सुधार कार्य किया जाता है। इसमें मिट्टी की जांच के बाद खेत की गुढ़ाई की जाती है, फिर उस पर निर्धारित मात्रा में जिप्सम का छिड़काव किया जाता है और ढैंचा बोया जाता है। इससे वह ज़मीन खेती करने लायक हो जाती है।”

भारत मे लगभग 75 लाख हेक्टेयर भूमि ऊसर है वहीं विश्व में लगभग 9520 लाख हेक्टेयर भूमि ऊसर प्रभावित है। उत्तर प्रदेश में लगभग 11.50 लाख हेक्टेयर भूमि ऊसरीली है।

रायबरेली जिले में भूमि सुधार निगम 85 से ज़्यादा गाँवों में यह भूमि सुधार कार्यक्रम चला रहा है, जिसका लाभ क्षेत्र के 3,000 किसानों को मिल चुका है। रिमोट सेंसेज तकनीक से ऐसे गाँवों को चुना जाता है।

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