डीजल की कमी से एंबुलेंस सेवा ठप्प 

Update: 2017-06-12 21:11 GMT
फाइल फोटो।

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

उन्नाव। डीजल कटौती से सरकारी अस्पतालों में संचालित निशुल्क एंबुलेंस सेवा के संचालन में मुश्किलें आने लगी हैं। हर रोज डीजल की कमी से एंबुलेंस के पहिए थम जा रहे हैं। बीते एक पखवारे से किसी तरह एंबुलेंस का संचालन किया जा रहा था, लेकिन दिन बीतने के साथ ही अब एंबुलेंस के पहिए पूरी तरह से थमते नजर आ रहे हैं। सबसे अधिक मुसीबत मरीजों को उठानी पड़ रही है। सोमवार को जिला अस्पताल में एक दर्जन से अधिक महिला मरीजों को एंबुलेंस का इंतजार करना पड़ा। कई बार 102 पर फोन करने के बाद भी उन्हें एंबुलेंस सेवा का लाभ नहीं मिल सका।

बताते चलें कि जिले में संचालित डायल 108 और 102 एंबुलेंसों को तीन हजार रुपया प्रतिदिन डीजल खरीद के लिए मिलता था। हाल ही में जिसकी सीमा घटाकर ढाई हजार कर दी गई। एंबुलेंस के ड्राइवर डीजल खरीद सके इसके लिए उन्हें फ्लीट कार्ड उपलब्ध कराया जाता है। कंपनी इन्हीं फ्लीट कार्ड में पैसे डालती है, जिससे ड्राइवर एंबुलेंस के लिए डीजल खरीदते हैं।

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बताया जा रहा है कि कंपनी ने तीन हजार से लिमिट घटाकर ढाई हजार कर दी है। इससे अब हर रोज डीजल कम पड़ रहा है। सोमवार को डीजल की कमी से 102 सेवा की एंबुलेंस खड़ी हो गई। जिससे दर्जनों महिलाओं को एंबुलेंस नहीं मिल सकी।

सीएमओ ने संज्ञान में लिया मामला

एंबुलेंस में डीजल की कमी को सीएमओ डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने संज्ञान में लिया है। कई महिलाओं को एंबुलेंस न मिल पाने पर उन्होंने 102 एंबुलेंस सेवा के डिस्ट्रिक्ट कोआर्डिनेटर विराट से बात की। जिस पर विराट ने डीजल के लिए शासन से बजट न मिलने की बात कही। इस पर सीएमओ ने शासन से बजट के लिए पत्र भेजने के निर्देश दिए हैं।

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