मिर्च की खेती से अच्छा कमा रहे हैं ददरी गाँव के किसान

Update: 2016-11-06 18:48 GMT
ददरी गाँव में मिर्च की खेती से किसान कमा रहे हैं हजारों रुपये।

कम्यूनिटी जर्नलिस्ट: डॉ. प्रभाकर सिंह

चित्रकूट। ज्वार, बाजारा, अरहर जैसी फसलों में फायदा न होने पर मिर्च की खेती करने वाले किसानों को अब तीन महीने में ही हजारों की कमाई हो रही है। पूरे जिले में मिर्च के लिए चित्रकूट मशहूर है।

डेढ़ बीघा जमीन पर कमाते हैं 20-25 हजार

चित्रकूट जिले के ददरी गाँव के ज्यादातर किसान मिर्च की खेती करते हैं और मऊ और कर्वी ब्लॉक की मंडियों में ट्रकों पर लादकर मिर्च जाती है। ददरी गाँव के किसान रज्जन त्रिपाठी (30 वर्ष) ने हाईस्कूल तक पढ़ाई की है, लेकिन आज डेढ़ बीघा खेत मिर्च लगाकर तीन महीने में 20-25 हजार रूपए कमा लेते हैं।

“हम लोग हरी मिर्च को तोड़कर थोक बाजार में बेचते हैं, आखिर में जब मिर्च पक जाती है, तो उसे पकने देते हैं, पकने पर और अच्छा दाम मिलता है। घर का खर्च इसी से ही आराम से निकल जाता है।”
रज्जन त्रिपाठी, किसान

फिर पेड़ में आ जाती हैं मिर्च

किसान एक बार मिर्चे की रोपाई करते हैं। रोपाई के कुछ दिन के बाद उसे गुड़ाई देते हैं। फिर पेड़ों में जब मिर्च आ जाता है तो तोड़ कर मंडियों में बेच देते हैं। इसके बाद एक बार फिर फसल को किसान पानी व गोड़ाई देते हैं, जिससे पेड़ में फिर मिर्च आ जाती है उसे फिर तोड़ कर बाजार में बेचते हैं।

क्या कहती हैं किसान ननकी देवी

गाँव की महिला किसान ननकी देवी (50 वर्ष) बताती हैं, "इस वर्ष एक बीघा में मिर्च लगाया है, अच्छी फसल भी हुई है। खाद-पानी सब मिलाकर दो-तीन हजार रुपए खर्च हो गए हैं। 15-16 हजार रुपए की आमदनी हो जाएगी।"

तब होती है अच्छी आमदनी

कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. नरेन्द्र सिंह कहते हैं, "कृषि विज्ञान की मदद से किसानों को नयी-नयी तकनीकि और खेती की जानकारी दी जाती है। ददरी गाँव के ज्यादातर किसान मिर्च की खेती से ही अच्छी आमदनी कमाते हैं।"

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