बिना सडक़ कैसे होगा गाँवों का समग्र विकास

Update: 2016-10-19 16:26 GMT
अजगैन मोहान से नवई नेवासी खेड़ा रोड।

कम्यूनिटी रिपोर्टर - मोहित अस्थाना

उम्र- 22

हसनगंज (उन्नाव)। गाँव के विकास के लिए हर गाँव को सड़क से जोड़ने की सरकारी योजना वर्षों से चल रही हैं, लेकिन आज भी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के गाँवों में सड़क का अता-पता ही नहीं है।

उन्नव जिले के हसनगंज विकास क्षेत्र के राजस्व ग्राम ओहरापुर कौडिया को वर्ष 2014-15 में लोहिया समग्र विकास ग्राम घोषित कर इस ग्राम को विकास कार्यों से तो संतृप्त किया जा चुका है। मगर इस ग्राम को क्षेत्र के मुख्य मार्ग अजगैन मोहान रोड से जोड़ने वाले संपर्क मार्ग की खस्ताहाली समग्र विकास की हकीकत बयां करती नजर आ रही है।

अजगैन मोहान रोड से ग्राम लालपुर तिराहे से निकलकर ग्राम हुलासखेड़ा होकर समग्र ग्राम ओहरापुर कौडिय़ा और नवई नेवासी खेड़ा रोड तक जाने वाला लगभग पांच किलोमीटर लम्बा रास्ता डामरीकृत मार्ग लगभग 25 साल पहले ऊसर सुधार योजना के तहत बना था, लेकिन रख रखाव के अभाव में यह मार्ग जर्जर हो गया जिसका नतीजा यह है कि वाहन तो दूर इस सड़क पर पैदल चलना भी दूभर है।

यहां के निवासी कुमार मुकुंद (52 वर्ष) बताते हैँ, "यहां की सड़क दो दशकों से अधिक समय से नहीं बनी है। नतीजतन इस क्षेत्र के विद्यार्थी उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त करने के लिये न ही क्षेत्रीय कालेज जा पाते हैं और न ही व्यापारी और किसान अपना माल बाहर की मंडियों में ले जा पाते हैं।"

यहीं के निवासी कृपा शंकर द्विवेदी (48 वर्ष) बताते हैं, "सरकार द्वारा चलाई जा रही एंबुलेंस की सुविधा से भी यहां के लोग अधिकतर वंचित रह जाते हैं। गाँव में एंबुलेंस न पहुंचने की प्रमुख वजह भी सड़क ही है। गाँव में जब कभी भी किसी को एंबुलेंस की जरूरत पड़ती है तो उसे गाँव के बाहर पैदल ही जाना पड़ता है। जिसके बाद ही उसे एंबुलेंस की सेवा मिल पाती है।"

कुछ दिनों पूर्व प्रदेश के सचिव व मुख्य विकास अधिकारी की चौपाल में भी ग्रामीणों ने सड़क की समस्या पर अधिकारियों का ध्यान खींचने के लिए एक लिखित शिकायत अधिकारियों से की थी। शिकायत पर ध्यान देते हुए अधिकारियों ने मार्ग का निरीक्षण भी किया किन्तु नतीजा शून्य ही रहा।

बहरहाल ग्रामीणों ने अब प्रदेश के ग्राम विकास मंत्री को पत्र भेजकर अपनी समस्या का हाल निकालने के लिए मन बना लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सडक़ की समस्या दूर नहीं हो जाती तब तक वह लड़ाई जारी रखेंगे। ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान राकेश सिंह ने बताया, "इस गाँव तक पहुंचने के लिये रोड नहीं होने के कारण गाँव का समग्र विकास अधूरा साबित हो रहा है।"

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