नशे का कारोबार: पहले पति की ले ली जान, अब विधवा पत्नी को दे रहे धमकी

Update: 2016-10-22 21:31 GMT
बाराबंकी जिले के थाना जैदपुर का टिकरा गाँव मादक पदार्थ की तस्करी के लिए देश और विदेशों में भी काफी चर्चित रहा है।

सतीश कश्यप

बाराबंकी। बाराबंकी जिले के थाना जैदपुर का टिकरा गाँव मादक पदार्थ की तस्करी के लिए देश और विदेशों में भी काफी चर्चित रहा है। यूं भी मादक पदार्थों तस्करी के लिए बदनाम बाराबंकी में एक समय पहले अफीम की खेती बहुत की जाती थी।

आज भले ही जिले में अफीम की खेती न के बराबर हो रही हो लेकिन मार्फीन, चरस, हेरोइन के लिए बाराबंकी जिले का नाम सबसे पहले आता है। मार्फीन की तस्करी हमेशा से ही यहां के लोगों को मोटा मुनाफ़ा कमाने के लालच में अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। टिकरा गाँव के अधिकतर परिवार या तो मार्फीन की तस्करी और या फिर कच्चे माल से बेहतर मार्फीन बनाने के काम से जाने जाते है। बहुत से लोग मार्फीन के इस काले कारोबार में बतौर करियर और मुखबिर की भूमिका में जुड़ कर अपने परिवार का पेट पालते हैं। कई बार तस्करी की इस दुनिया में वर्चस्व और मुखबिरी के मामलों को लेकर आपस में खूनी जंग भी होती रही है जिसमे कई हत्याए भी हो चुकी हैं।

इसी कड़ी में टिकरा गाँव में भी पिछले साल एक ऐसा ही हत्याकांड हुआ था। जिसमें, मार्फीन के काम में संलिप्त 35 वर्षीय युवक कमरू की गाँव के ही कुछ लोगों ने दिनदहाड़े घेरकर गोली मारकर नृसंश हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड के मामले में मृतक की पत्नी की तहरीर पर थाना जैदपुर में 11 हत्यारोपियों के खिलाफ नामज़द मुकदमा दर्ज़ किया गया था लेकिन कुछ दिनों के बाद उसमें से सात हत्यारोपी जमानत पर बाहर आ गए।

हालांकि, जेल के बाहर खुली हवा में निकलते ही इन लोगों ने मृतक की पत्नी बुशरा बानो को जान से मारने की धमकी देते हुए खुलेआम धमकाना शुरू कर दिया। इस हत्याकांड में विवेचना के बाद जबसे सभी हत्यारोपियों के ऊपर गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई हुई है तभी से बौखलाए हत्यारोपी अब मृतक कमरू की पीड़ित पत्नी व परिजनों और साथ देने वालों को लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। बदमाशों ने साफ धमकाया है कि वे मुकदमे को वापिस ले लें नहीं तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

इस बारे में मृतक की पत्नी ने बताया, "हत्या में नामजद मुफीद, इसरार, रिजवान, कलीम और उनके दबंग साथी परिवार को लगातार धमका रहे हैं।" वहीं, मृतक के पिता मुहर्रम अली रट हुए कहने लगे, "साहब! राजनीतिक दबाव है पुलिस पर। इसीलिए गैंगेस्टर लगने के बाद भी वे लोग गाँव में खुलेआम घुमते हैं और धमकियां देते हैं। वे खुलेआम धमकाते हुए कहते हैं कि अब उनके परिवार वालों को भी नहीं छोड़ा जाएगा।"

उन्होंने बताया, "जैदपुर विधानसभा से सपा विधायक रामगोपाल रावत आरोपियों की तरफ से मदद कर रहे हैं। इसलिए पुलिस कुछ नहीं करती है।" आलम यह है कि हत्यारोपियों की धमकियों से मृतक की पत्नी बेहद दहशत में है। उसने घर से बाहर निकलना भी बंद कर दिया है। इस संबंध में मृतक कमरू की पत्नी ने बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह से मिलकर अपनी पीड़ा बताई और न्याय की गुहार लगाई है। मृतक की पत्नी की मांग है कि सभी हत्यारोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज़ कर गिरफ्तार किए जाए। उधर, अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया, "बुशरा के पति की ह्त्या वर्ष 2015 में हुयी थी। धमकी देने की शिकायत मिली है। थाना जैदपुर पुलिस को कार्रवाई के लिए निर्देशित भी किया गया है।'' एएसपी ने यह भी बताया कि टिकरा मुर्तजा गाँव काफी बदनाम गाँव है। वहां आपसी रंजिश के कई मामले मिलते हैं। फिलहाल धमकी संबंधी तहरीर पर कार्रवाई की जाएगी।

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