#स्वयंफ़ेस्टिवल: सुदूर बसे सोनभद्र के करीब 35 हजार जनता ने स्वयं फ़ेस्टिवल का हिस्सा बन कर जाना अपना हक 

Update: 2016-12-31 11:35 GMT
आज छठे दिन सोनभद्र के राबर्ट्सगंज ब्लाक के बिचपई गाँव में लगा स्वयं मेला।

विष्णु तिवारी (कम्युनिटी रिपोर्टर) 30 वर्ष


सोनभद्र। स्वयं फ़ेस्टिवल के छठे दिन (7 दिसम्बर) भी वो ही सब कार्यक्रम थे जो पिछले छह दिन से सभी जगह चल रहे थे पर स्थान बदल हुआ था, आज की टारगेट ग्रामीण जनता अलग थी। आज की नई जगह थी सोनभद्र के राबर्ट्सगंज ब्लाक के बिचपई गाँव के गामीण।

उत्तर प्रदेश की राजधानी से कई कोस दूर अन्य जिलों से थोड़ा अलग थलग पड़ा, सोनभद्र में आदिवासी का एक बड़ा हिस्सा रहता है। प्रदेश के सर्वाधिक वन क्षेत्र वाले इस जिले के तकरीबन पांच ब्लाकों में आदिवासी संस्कृति, कला, नृत्य व गायन के कद्रदान देश के जाने माने लोग है। पर जीवन बेहद कठिन है। ऐसी कठिन परिस्थिति में रहने वाले ग्रामीणों के लिए देश के पहले ग्रामीण अखबार गाँव कनेक्शन ने अपनी चौथी वर्षगांठ पर 2-8 दिसंबर तक स्वयं फेस्टिवल का आयोजन कर रहा है इसमें आपका शहर सोनभद्र भी शामिल है। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के 24 और जिले भी इसमें शामिल हैं। स्वयं फेस्टिवल अपने अंतिम दौर में चल रहा है।




सोनभद्र के जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह।

7 दिसम्बर को सोनभद्र के बिचपई गाँव ब्लाक राबर्ट्सगंज में 'शौच मुक्त गाँव होने पर गौरव यात्रा सम्मान समारोह', सम्मान समारोह, हेल्थ कैंप, ऑई कैंप, किसान बैठक, डीएम चौपाल, कृषि विभाग कैंप, पशुओं का टीकाकरण व जांच, पुष्टाहार वितरण, गर्भवती महिलाओं का हेल्थ चैकअप, टीकाकरण, एचआईवी जांच इलाहाबाद बैंक द्वारा ऋण पंजीकरण का आयोजन किया जा रहा है।

सोनभद्र के जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह ने आज 24 लोगों को अंत्योदय योजना के तहत आवास, चार सौ यूनिट को दो रुपए में गेहूं और तीन रुपए में चावल देने, बिचपई गाँव में पंचायत भवन और प्राथमिक विद्यालय के निर्माण की घोषणा की है।

पिछले पांच दिन में 34 हजार लोगों ने स्वयं मेले में हिस्सा लिया। सरकार की जनता के हक में चल रही योजनाओं को जाना और महिलाएं पुलिस की आत्मसुरक्षा के लिए बनाई योजनाओं से परिचित हुई।

इस अवसर पर बच्चों को पुष्टाहार बाटा गया। कई लोगों ने अपना एचआईवी टेस्ट कराया, डा आशुतोष ने एचआईवी की जांच रिपोर्ट का खुलासा किया।

देर रात तक स्वयं मेले का आनन्द लेते ग्रामीण जनता।

कृषि विभाग की टीम ने किसानों की कई समस्याओं को सुना और उनका निदान बताया। कई किसान अपने खेत से चने की फसल लेकर आए थे उसमें उनको आशंका थी कि कोई रोग लगा हुआ है, इसकी जांच भी विभाग से कराई। कृषि विभाग ने अवसर पर सरसों के बीज किसानों को बांटे। कृषि विभाग के अफसरों व कर्मचारियों से अपने हर प्रश्न का उत्तर सुन स्वयं फ़ेस्टिवल में आए किसान व आदिवासी बेहद खुश थे।

सोनभद्र जनपद की जनसंख्या 1862612 है जिसमें से 973480 पुरूष एवं 889137 महिलाएं है, रोजगार की दृष्टि से जनपद हालात बहुत बेहतर नहीं है, कुछ सरकारी व कुछ निजी क्षेत्रों में नौकरी करते हैं। कुछ लोग अपना स्वरोजगार शुरू करके आजीविका आर्जित कर रहे हैं। शेष कृषि एवं जंगल पर निर्भर है।

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