#स्वयंफेस्टिवल: सिद्धार्थनगर के किसानों को मिले बीज तो खिले चेहरे

Update: 2017-01-04 18:30 GMT
सिद्धार्थनगर के लोटन ब्लॉक स्थित सैनुआ गाँव में किसानों को बीज वितरित करते संस्था के प्रमुख उमेश चंद्र श्रीवास्तव।

स्वयं डेस्क/दीनानाथ (34 वर्ष)

सिद्धार्थनगर। नोटबंदी के समय में बीज न मिल पाने से निराश किसान के चेहरों पर आज खुशी झलक रही थी। समय निकलता जा रहा था और खेती के लिए बीज नहीं उपलब्ध हो रहे थे। ऐसे में उन्हें जब बीज मिले तो किसानों ने राहत की सांस ली। यह नजारा था सिद्धार्थनगर के लोटन ब्लॉक स्थित सैनुआ गाँव का, जहां गाँव कनेक्शन की ओर से मनाए जा रहे स्वयं फेस्टिवल के तहत बीज वितरण कार्यक्रम में किसानों को बीज बांटे गए। बता दें कि गाँव कनेक्शन की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर 2 से 8 दिसंबर तक उत्तर प्रदेश के 25 जिलों में 1000 कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

बीज मिलने पर किसानों ने ली राहत की सांस

कार्यक्रम में सिद्धार्थ भारतीय ग्रामीण विकास संस्थान की ओर से किसानों को बीज वितरित किए गये। इस दौरान संस्था के प्रमुख उमेश चंद्र श्रीवास्तव ने किसानों को बीज बांटे। वहीं, बीज मिलने से खुश दिखे किसान राम नरेश ने कहा कि नोटबंदी की वजह से हमें बीज उपलब्ध नहीं हो पा रहे थे। ऐसे में समय निकलता जा रहा था और यहां पर गेहूं के बीज मिलने पर अब राहत मिली है। कम से कम हम अब शुरूआत कर सकते हैं। वहीं, एक और किसान महेंद्र वर्मा ने बताया कि पैसा नहीं था और इस बार अच्छी बारिश हुई है। बीज लेने के लिए जगह-जगह खूब चक्कर भी लगाए, मगर बीज नहीं मिले। अब बीज मिले हैं, ऐसे में जल्द ही मैं गेहूं के बीज अपने खेत में बोऊंगा।

महिलाओं को मिली 1090 की जानकारी

वहीं, बीज वितरण कार्यक्रम के बाद महिलाओं को उत्तर प्रदेश पुलिस की नई सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई। महिलाओं को महिला हेल्पलाइन 1090 के बारे में यूपी पुलिस के अधिकारियों ने विस्तार से जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि महिलाओं के उत्पीड़न और अत्याचार पर लगाम कसने के लिए महिला हेल्पलाइन 1090 का गठन किया गया है। आज इस सेवा के माध्यम से कई महिलाओं को मदद मिली है। ऐसे में 1090 महिलाओं के लए ताकत बनकर उभरा है। इसके अलावा ग्रामीणों को यूपी 100, महिला सम्मान प्रकोष्ठ, साइबर क्राइम, ई-एफआईआर के बारे में जानकारी दी गई।

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