#स्वयंफेस्टिवल: मनचलों को समझाने का सिर्फ एक ही रास्ता है 1090

Update: 2016-12-30 18:55 GMT
शोहरतगढ़ के शिवपति इंटर कॉलेज में बच्चों को यूपी पुलिस की सेवाओं के बारे में जानकारी देते साइबर सेल से अतुल चौबे।

दीनानाथ (कम्युनिटी रिपोर्टर) 28 वर्ष


स्वयं डेस्क

स्वयं फेस्टिवल: छठा दिन। स्थान: शिवपति इंटर कॉलेज,शोहरतगढ़

सिद्धार्थनगर। लड़कियों से छेड़छाड़ की घटनाएं हों या फिर महिलाओं से उत्पीड़न की घटनाएं, यह घटनाएं आए दिन अखबारों में सामने आती रहती हैं। ऐसे में अब महिलाओं के लिए सबसे बड़ी ताकत बन कर उभर रहा है यूपी पुलिस की महिला हेल्पलाइन 1090। मनचलों को समझाने का एक ही रास्ता है और वह है 1090। इसलिए जरूरी है कि आप वीमेन पॉवर लाइन 1090 के बारे में जानें और जरूरत पड़ने पर इस हेल्पलाइन नंबर पर फोन करें। यह कहना है कि यूपी पुलिस के साइबर सेल से आए अतुल चौबे का। वह जिले के शोहरतगढ़ स्थित शिवपति इंटर कॉलेज में छात्राओं को इस हेल्पलाइन के बारे में जानकारी दे रही थे। इस कार्यक्रम का आयोजन गाँव कनेक्शन के स्वयं फेस्टिवल के तहत किया गया। बता दें कि गाँव कनेक्शन की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर 2 से 8 दिसंबर तक 25 जिलों में मनाए जा रहे देश के सबसे बड़े ग्रामीण उत्सव स्वयं फेस्टिवल में 1000 कार्यक्रम किये जा रहे हैं।

पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी पहचान

कार्यक्रम में अतुल चौबे ने बताया कि पूरे राज्य में एक नंबर 1090 से कोई भी पीड़ित महिला या फिर उसकी महिला रिश्तेदार अपनी शिकायत इस नंबर पर नि:शुल्क दर्ज करवा सकती है। शिकायत करने वाली महिला की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है। उन्होंने आगे बताया कि पीड़िता को किसी भी हालत में पुलिस थाने या किसी आफिस में नहीं बुलाया जाता है। हेल्पलाइन में हर हाल में महिला पुलिस अधिकारी ही पीड़िता की शिकायत दर्ज करती है। महिला पुलिसकर्मी अपने वरिष्ठ पुरुष पुलिसकर्मियों को पीड़ित की केवल उतनी ही जानकारी या सूचना उपलब्ध दी जाती है, जो विवेचना में सहायक हो सके। कॉल सेंटर दर्ज शिकायत पर तब तक काम करता है, जब तक उस पर पूरी कार्रवाई नहीं हो जाती। उन्होंने बताया कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में वुमेन पॉवर लाइन ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इसके अलावा अतुल चौबे ने महिला सम्मान प्रकोष्ठ के बारे में भी जानकारी दी।

और सेवाओं के बारे में भी जाना

वहीं, यूपी पुलिस के साइबर सेल से अतुल चौबे ने बच्चों को यूपी पुलिस की और सेवाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यूपी 100, ई-एफआइआर, साइबर क्राइम, यूपी पुलिस टिवटर सेवा समेत अन्य सेवाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम में अतुल चौबे ने कहा कि पुलिस से घबराने की जरूरत नहीं है, पुलिस आपकी मदद के लिए ही है। इसलिए आपको इन सेवाओं का जरूरत पड़ने पर लाभ उठाना चाहिए। यूपी 100 सेवा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यूपी 100 सेवा शहर हो देहात, दिन हो या रात, सबकी मदद कर रही है। गांव से लेकर शहर तक लोग इसका लाभ उठा रहे हैं। बुजुर्ग, महिलाएं और लड़कियां यूपी 100 एप को अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड करें। जिससे किसी भी आपातकालीन स्थिति में बस एक मिस कॉल करने पर उनकी मदद के लिए यूपी 100 पहुंच जाएगी। गांव के लोग भी इस सेवा का अधिक से अधिक उपयोग करें। इस दौरान कॉलेज के प्रिंसिपल नलिनकांत त्रिपाठी ने भी सहभागिता निभाई।

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