लापरवाही : ‘प्रभु’ के राज में 463 किमी बाद मुकदमा हुआ दर्ज 

Update: 2017-07-12 19:19 GMT
ट्रेन से चोरी। प्रतीकात्मक फोटो: साभार इंटरनेट

बीसी यादव, स्वयं कम्युनिटि जर्नलिस्ट

मछलीशहर (जौनपुर)। गोदान एक्सप्रेस से मंबई से अपने घर लौट रहे एक परिवार का डेढ़ लाख रुपए से अधिक का माल ट्रेन के एसी सेकेंड क्लास से चोरी हो गया। इससे भी ताज्जुब की बात यह कि प्रभु के राज में एक टवीट पर लोगों को अटेंड करने का दावा करने वाली आरपीएफ और जीआरपी ने पीड़ित पैसेंजर्स की कोई मदद नहीं की। जबकि पीड़ित ने कंट्रोल रूम को तत्काल इसकी सूचना दी थी। 463 किमी के सफर के बाद अपने शहर के स्टेशन पर पीड़ित ने आखिरकार मुकदमा दर्ज कराया।

जौनपुर के कोतवाली क्षेत्र के खोवा मंडी निवासी फरहान अपनी मां फहत और बहन के साथ कुर्ला से गोदान एक्सप्रेस में सवार थे। पीड़ित ने बताया कि उनकी सीट ऐसी सेकेंड क्लास कोच में थी। ट्रेन जब जबलपुर स्टेशन पहुंची तो फहत का बैग किसी ने गायब कर दिया। उन्होंने इसकी सूचना पहले जबलपुर स्टेशन पर दी, लेकिन जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो, फरहान ने कंट्रोल रूम को चोरी की वारदात के बारे में बताया।

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हैरत की बात यह कि इसके बाद कई स्टेशन गुजर गए यहां तक इलाहाबाद स्टेशन भी गुजर गया, लेकिन कोई उन लोगों को अटेंड नहीं करने आया। करीब 450 किलोमीटर के सफर के बाद जंघई स्टेशन पर भले ही आरपीएफ और जीआरपी टीम पहुंची, लेकिन पीड़ितों ने यह कहकर लौटा दिया कि जब अभी तक केस दर्ज नहीं हुआ, तो अब जौनपुर स्टेशन पर ही अब मुकदमा दर्ज करवाएंगे।

पर्स में थे सोने के जेवरात

इसके बाद 463 किलोमीटर के लंबे सफर के बाद जौनपुर जीआरपी में पीड़ितों ने शिकायत की। फरहान ने बताया,“ उनकी मां फहत की पर्स में सोने का एक लॉकेट, सोने का हार, बहन का कान का टप्स, मोबाइल फोन समेत करीब डेढ़ लाख रुपए से अधिक का माल था।” जौनपुर भंडारी स्टेशन जीआरपी इंचार्ज आरएन पांडेय ने बताया, “मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।”

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