विद्यालय में मनाया गया 11 बच्चों का जन्मदिन

Update: 2016-11-27 18:56 GMT
विद्यालय में बच्चों का मनाया गया जन्मदिन।

कम्यूनिटी जर्नलिस्ट: सुरेन्द्र कुमार

मलिहाबाद/लखनऊ। अपने बच्चे का जन्मदिन मनाने के लिए अनेक परिवारों मे मिठाईयां बांटकर खुशियां मनायी जाती हैं। वहीं गरीब परिवारों के बच्चे अपने आसपास हो रहे ऐसे कार्यक्रम को देख अपना जन्मदिन न मनाये जाने से अपने को वंचित मानते हैं। इलाके के ग्राम ढ़ेढ़ेमऊ में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य वासुदेव सिंह ने इस दर्द को समझा। वह एक माह के अन्दर जन्मे बच्चों का जन्मदिन विद्यालय में धूमधाम से मनाकर सभी बच्चों का उत्साहवर्धन करने मे जुटे हैं।

11 बच्चों का मनाया जन्मदिन

इस विद्यालय में पंजीकृत छात्रों का जन्मदिवस विद्यालय प्रांगण में धूमधाम से मनाया गया। माह नवम्बर में जन्मतिथि के 11 छात्रों को यह सौभाग्य प्राप्त हुआ। समारोह में इस माह जन्मे बच्चों को बर्थडे कैप भी पहना गया। उन्हें अग्रिम पंक्ति में कुर्सियों पर बैठाया गया। केक कटवाकर उन्हें खिलाते हुए उनका टीका विद्यालय के समस्त छात्रों व शिक्षकों ने किया। इस अवसर पर मौजूद होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डा. पाण्डेय ने शिक्षा के क्षेत्र व जन्मदिन मनाये जाने की परम्परा के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

सभी शिक्षक बधाई के पात्र

छात्र-छात्राओं को विद्यालय में खिलाया गया भोजन।

उन्होंने बाल्यावस्था में होने वाली बीमारियों की जानकारी देते हुए रोकथाम के उपाय बताये। पशु चिकित्सक डा. अवधेश कुमार पोषित व अपोषित बच्चों के स्वास्थ्य सुधार में बरती जाने वाली सावधानियां बताते हुए छात्रों के मनाये जा रहे जन्मदिन कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य वीडी सिंह का आभार जताया। ग्राम प्रधान एमबी सिंह ने शिक्षा के महत्व को बताते हुए कहा कि शिक्षित परिवार व शिक्षित समाज अपनी तरक्की के साथ देश की तरक्की करने में सहायक होता है। इस विद्यालय के प्रधानाध्यापक व शिक्षिकाओं के प्रयास से छात्रों की संख्या मे 3 गुनी तक वृद्धि हुयी है। इसके लिए सभी शिक्षक बधाई के पात्र हैं। वहीं, समारोह में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होने के साथ सभी छात्र-छात्राओं, अभिभावकों, शिक्षकों व मौजूद लोगों को मिठाईयां खिलाई गयीं। इसके बाद आयोजित मध्यान्ह भोजन में सभी ने एक साथ जमीन पर बैठकर भोजन किया।

This article has been made possible because of financial support from Independent and Public-Spirited Media Foundation (www.ipsmf.org).

Similar News