दस वर्षों में गड्ढे में बदल गयी सड़क

Update: 2016-11-02 19:46 GMT
खुटेहना चौराहे तक जाने वाला सम्पर्क मार्ग टूट कर गड्ढों का रूप धारण कर चुका है।

कम्यूनिटी जर्नलिस्ट- रतन पाल सिंह

कक्षा- 12 उम्र-16

कालेज- रईस अहमद इंटर कालेज, इटवा, सिद्धार्थनगर

बांसी (सिद्धार्थनगर)। सरकार हर वर्ष करोड़ों रुपए खर्च करके बड़े-बड़े राजमार्ग बनवाती है पर वह गाँवों में बनी सड़कों को भूल जाती है। एक दशक पूर्व निर्मित महुआ से बूढ़ा पार होते हुए खुटेहना चौराहे तक जाने वाला सम्पर्क मार्ग टूट कर गड्ढे का रूप धारण कर चुका है।

सिद्धार्थनगर जिले के बांसी ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले महुआ गाँव से बूढ़ा पार तक जाने वाली सड़क कहने को तो पीडब्ल्यूडी की मदद से बनवाई गई है पर इसके गड्ढों को देखकर आपको यह लगेगा कि यह किसी गाँव की कोई गली है।

महुआ गाँव के रहने वाले लाल जी त्रिपाठी (40वर्ष) कहते हैं, "लगभग दस वर्ष पहले इस सड़क का निर्माण हुआ था, एक बार सड़क बना दी गयी, लेकिन फिर कोई देखने नहीं आया। इन दस वर्षों में इस पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं।"

सड़क के खराब होने से डड़वारा, महुआ कला, सिसई कला, केरमुआ, लौकिया, बूढ़ापार, करमहिया, बान कुईया, नदाव और थुम्हवा जैसे दर्जनों गाँवों के लोगों को आने जाने में परेशानी होती है। क्षेत्र के सुभाष चन्द्र दूबे बताते हैं, "सड़क में गड्ढा होने से आए दिन लोग गिर कर चोटिल हो जाते हैं। बारिश में तो ये सड़क नहीं तालाब लगने लगती है। कई बार मोटरसाइकिल से जा रहे लोग इस पर गिर चुके हैं।"

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