पीलीभीत। जनपद पीलीभीत की भौगोलिक स्थिति बड़ी अजीब और गरीब तरीके की है, जनपद को शारदा नदी दो भागों में विभाजित करती है, जनपद पीलीभीत का कुछ भाग शारदा पार लखीमपुर की पलिया तहसील से लगता है।
इसी तरह जनपद लखीमपुर का कुछ भाग शारदा नदी के इस ओर पड़ता है। पूरनपुर ब्लाक के प्राथमिक शिक्षा विभाग के काफी स्कूल लखीपुर जिले के पलिया तहसील से मिलते जुलते हैं। बारिश के दिनों में इन विद्यालयों में पहुंचने के लिए जनपद मुख्यालय से 175 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है।
इन विद्यालय में नियुक्त अध्यापक अधिकतर सम्पूर्णानगर में ही निवास करते हैं। बारिश के मौसम को छोड़कर पीलीभीत जनपद में शारदा पार जाने के लिए एक नाव का पुल बनता है जिसे पार करके 40 किलोमीटर दूरी पर इस क्षेत्र में जाया जा सकता है, लेकिन बारिश में शारदा नदी में अधिक पानी आ जाने के कारण जनपद मुख्यालय से इन विद्यालयों का सम्पर्क खत्म हो जाता है और इनकी स्थिति लावारिस व्यक्तियों जैसी हो जाती है।
इन विद्यालयों में बारिश के तीन चार माह विभाग के उच्चाधिकारी एक-आध बार ही चेकिंग के लिए जा पाते हैं क्योंकि उन्हें पहुंचने के लिए 175 किमी का सफर तय करना पड़ता जो एक दिन लौट फेर के लिए सम्भव नहीं है।
पिछले दिनों गाँव कनेक्शन टीम ने जनपद से 175 किमी की दूरी पर स्थित शिक्षा विभाग के अधिकतर प्राथमिक विद्यालयों का सर्वे किया, यहां इन विद्यालयों के अधिकतर भवन जर्जर हालत में हो चुके हैं, विजय नगर स्थित प्राथमिक विद्यालय के अधिकतर कमरों के लिन्टर टपक रहे हैं, खिड़कियों की ग्रिल व दरवाजे चोरो द्वारा उखाड़ लिये गये हैं, कमरों के अधिकतर फर्श टूटे पड़े हैं, स्कूल के बरामदों में ही बच्चों को बैठाकर शिक्षा देने की मात्र औपचारिकताएं की पूरी की जा रही है।
रिपोर्टर - अनिल चौधरी