उत्तर प्रदेश में विभागों के बंटवारें के लिए आदित्यनाथ योगी पहुंचे दिल्ली दरबार

Update: 2017-03-21 13:54 GMT
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी।

लखनऊ (भाषा)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में हिस्सा लेने आज सुबह दिल्ली गए और वहां शीर्ष नेताओं से मंत्रिपरिषद के सदस्यों के विभाग आवंटन पर चर्चा होने की संभावना है।

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, ‘‘भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक आज दिल्ली में हो रही है, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के अलावा मणिपुर, गोवा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी इसमें शामिल होंगे।''

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उत्तर प्रदेश विधानसभा की आधिकारिक वेबसाइट अब आदित्यनाथ योगी को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री दर्शा रही है। गोरखपुर के कैम्पियरगंज से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह ने अपनी सीट से इस्तीफे की पेशकश की है ताकि योगी इस सीट से चुनाव लड़कर निर्वाचित हो सकें। सिंह ने इसकी पुष्टि भी की। इस समय योगी गोरखपुर से लोकसभा सांसद हैं, वह उत्तर प्रदेश विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं।

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘‘योगी के मंत्रिपरिषद में शामिल सदस्यों को विभागों के आवंटन के बारे में भी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से चर्चा हो सकती है।''

प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि मंत्रियों के विभागों को लेकर जल्द घोषणा होने की संभावना है। सिद्धार्थनाथ सिंह और एक अन्य कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा को योगी ने मीडिया से बातचीत के लिए अधिकृत किया है। सिंह ने बताया कि विभागों के आवंटन के बाद राज्यपाल राम नाईक से विचार विमर्श करके विधानसभा सत्र की तारीख तय की जाएगी।

नाईक ने नवनिर्वाचित विधायकों को कल चाय पर राजभवन आमंत्रित किया था। इस दौरान उन्होंने भाजपा विधायकों से कहा कि सत्ता आने के साथ जिम्मेदारी बढ़ जाती है, जन आकांक्षाओं को पूरा करने के प्रयास होने चाहिए। इसके लिए जनता से लगातार संपर्क में रहना चाहिए। जवाबदेही होनी चाहिए और अगले दिन के लिए होमवर्क पहले से कर लेना चाहिए।

उन्होंने कहा कि नई सरकार का प्रयास उत्तर प्रदेश को ‘उत्तम प्रदेश' बनाना होना चाहिए। इस दौरान नाईक ने सपा सरकार के कार्यकाल के दौरान बतौर राज्यपाल अपने अनुभव साझा किए।

भ्रष्टाचार के प्रति ‘जीरो टॉलरेन्स' की नीति अपनाने का निर्देश

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने आश्वस्त किया कि उत्तर प्रदेश सरकार ‘सबका साथ सबका विकास' की अवधारणा पर चलते हुए जनता की आकांक्षाओं को पूरा करगी। राज्यपाल से मुलाकात से पहले प्रदेश के आला अधिकारियों के साथ कल पहली बैठक में योगी ने सभी अधिकारियों को स्वच्छता-शपथ दिलाई।

योगी ने भ्रष्टाचार के प्रति ‘जीरो टॉलरेन्स' (जरा भी बर्दाश्त नहीं करने) की नीति अपनाने का निर्देश देते हुए कहा कि संवेदनशील एवं ईमानदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों की तैनाती की जाए। उन्होंने नई कार्य संस्कृति विकसित करने के लिए अधिकारियों से 15 दिनों में अपनी सम्पत्तियों का विवरण निर्धारित प्रारुप में उपलब्ध कराने को कहा।

पहली बैठक में ही योगी के कड़े तेवर

मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने के बाद कल कैबिनेट सहयोगियों के साथ पहली बैठक में भी योगी ने सभी मंत्रियों से आय और चल अचल संपत्ति का ब्यौरा 15 दिन में उपलब्ध कराने को कहा था। लोकभवन में आयोजित इस बैठक में प्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा भी शामिल हुए।

बैठक के बाद मौर्य ने कहा, ‘‘भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र के हिसाब से हमारी सरकार क्या चाहती है, अधिकारियों को इसकी जानकारी और निर्देश दिये गये। उसी के अनुसार उत्तर प्रदेश में काम होगा।''

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