पशुचिकित्सा क्षेत्र में जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है विश्व पशुचिकित्सा दिवस 

Diti BajpaiDiti Bajpai   28 April 2018 7:19 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
पशुचिकित्सा क्षेत्र में जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है विश्व पशुचिकित्सा दिवस प्रत्येक वर्ष अप्रैल के अंतिम शनिवार को विश्व पशु चिकित्सा दिवस मनाया जाता है।

बरेली। पशुचिकित्सा के क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व पशुचिकित्सा दिवस मनाया जाता है, इस मौके पर कई जगह पर चिकित्सा व टीकाकरण के शिविर का आयेाजन किया गया।

भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर में आज विश्व पशुचिकित्सा दिवस का आयोजन किया गया। इस समारोह का शुभारम्भ संस्थान निदेशक डॉ. राजकुमार सिंह द्वारा श्वानों को निःशुल्क एण्टी रैबीज टीकाकरण शिविर के उद्घाटन से हुई। निःशुल्क टीकाकरण के लिए टीका रोटरी क्लब, इज्जतनगर के सौजन्य से उपलब्ध करवाया गया। इस अवसर पर 159 श्वानों को रैबीज के टीके लगाये गये।

मुख्य अतिथि पूर्व महानिदेशक भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और गोविन्द बल्लभ पंत कृषि व प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर के पूर्व कुलपति डॉ. मंगला राय ने 'सेव एण्ड ग्रो' शीर्षक से अपना सारगर्भित व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने कहा, "इको सिस्टम में हमें अपने प्राकृतिक संसाधनों को बचाना होगा। हमें समग्र स्वास्थ्य यानि ”वन हेल्थ“ को अपनाना है तो हमें इको सिस्टम को लागू करना होगा। इसके अलावा हमें फसल के उत्पादन को बढ़ाने के लिए पानी को बचाने की आवश्यकता है।"

यह भी पढ़ें- विश्व पशु चिकित्सा दिवस: यहां पशुओं की दवाइयों के नहीं लगते एक भी पैसे

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि व राष्ट्रीय संचारी रोग रोकथाम केंद्र, नई दिल्ली के निदेशक डॉ. सुजीत कुमार सिंह ने ”वन हेल्थ“ विषय पर अपना व्याख्यान देते हुए कहा, "60 प्रतिशत से अधिक रोग मनुष्यों और पशुओं को प्रभावित करने वाले जूनोसिस रोग हैं, और उभरते महामारी के 70 प्रतिशत से अधिक रोग इसी प्रकृति के हैं, जिनकी उत्पत्ति के मुख्य स्रोत्र जानवर व पक्षी हैं।"

डॉ. सिंह ने बताया, "इस संस्थान और हमारे संस्थान आपस में अटूट सम्बन्ध हैं और बीमारियों के निदान के लिए दोनों संस्थान मिलकर कार्य कर रहे हैं।"

आईवीआरआई के निदेशक डॉ. आर.के. सिंह ने इस अवसर पर कहा, "प्रत्येक वर्ष अप्रैल के अंतिम शनिवार को विश्व पशु चिकित्सा दिवस मनाया जाता है। यह दिन चिकित्साविदों द्वारा जनसाधारण के समाज के कल्याण में उनके योगदान व जन-जन में इसकी जागृति के लिए मनाया जाता है।

इस वर्ष का पशु चिकित्सा दिवस खाद्य सुरक्षा एवं आजिविका में सुधार एवं सतत् विकास में पशु चिकित्सा व्यवसाय की भूमिका विषय के अन्तर्गत मनाया गया। विश्व पशु चिकित्सा दिवस के अवसर पर आयोजित की गई पशुचिकित्सा सम्बन्धी प्रतियोगिताओं सम्मानित भी किया गया।

यह भी पढ़ें- विश्व पशु चिकित्सा दिवस : भारत में 15-20 हजार गाय और भैंस पर है एक डॉक्टर

  

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.