भजमन राम चरण सुखदाई | Shri Ram Bhajan Special 2024 | Varun Mishra | Gaon Connection
भज मन राम चरण सुखदाई, जिन्हीं चरणों से निकली सरस्वती शिव की जटाओं में समा गई और जिनका नाम जटाशंकरी पड़ा जो तीनों लोकों का उद्धार करने आई। जिन चरणों की चरणपादुका भरत ने प्रेमपूर्वक धारण की, जिन चरणों को केवट ने धोकर भगवान की नाव चलाई, जिन्हें संतजन सदा सेवा करते हुए आनंदित रहते हैं, और जिन चरणों के स्पर्श से गौतम ऋषि की पत्नी ने परम पद पाया—उन्हीं रामचरणों का भजन करो। भगवान राम हिंदू धर्म के प्रमुख देवता हैं और विष्णु के सातवें अवतार माने जाते हैं। उनका जन्म अयोध्या में कौशल्या और दशरथ के घर हुआ और उनके भाइयों में लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न शामिल थे। उन्होंने सीता से विवाह किया। राज परिवार में जन्म लेने के बावजूद उन्हें वनवास, कठिन परिस्थितियों, नैतिक चुनौतियों और रावण द्वारा सीता हरण जैसी विपत्तियों का सामना करना पड़ा, जिसके बाद राम और लक्ष्मण ने कठिन संघर्ष करते हुए रावण का वध कर सीता को मुक्त कराया। उनका जीवन कर्तव्य, धर्म और आदर्श आचरण का प्रतीक माना जाता है। वरुण मिश्रा बनारस घराने के प्रसिद्ध संगीत परिवार से आते हैं और भारतीय शास्त्रीय संगीत की विधाओं में अपने दादा और पिता से दीक्षित हुए। वे अनेक प्रतिष्ठित संगीतज्ञों की परंपरा से जुड़े हैं और 2009 से भारत एवं विदेश में अनेक शिष्यों को संगीत सिखा रहे हैं। वे अपनी संगीत अकादमी ओंकार के माध्यम से इस विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं और देश–विदेश के अनेक मंचों पर प्रदर्शन कर चुके हैं। बनारस घराना हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की प्रमुख परंपराओं में से एक है, जो मुख्यतः गायन पर केंद्रित है। यह घराना विभिन्न शैलियों के समन्वय, वाद्य परंपरा, नवाचार और गुरु–शिष्य परंपरा के लिए प्रसिद्ध है। भज मन राम चरण सुखदाई, तुलसीदास भजन, अखंड राम धुन, श्रीराम जय राम जय जय राम, राम रक्षा स्तोत्र और राम–सीता की कथा जैसी परंपराएँ भारतीय आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत की अनुपम धरोहर हैं।