मधुमक्खी पालक इन बातों का रखें ध्यान, नहीं उठाना पड़ेगा नुकसान

मधुमक्खी का परिवार जब कमजोर हो जाता है तो दो कमजोर परिवार को आपस में मिलाकर एक मजबूत परिवार बनाते हैं।

Divendra SinghDivendra Singh   26 Jun 2018 9:37 AM GMT

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मधुमक्खी पालक इन बातों का रखें ध्यान, नहीं उठाना पड़ेगा नुकसान

लखनऊ। मधुमक्खी पालन में सबसे जरूरी होता है, छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा जाए नहीं तो मधुमक्खी पालकों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। जब मधुमक्खी परिवार कमजोर हो और रानी रहित हो तो ऐसे परिवार को दूसरे परिवार से जोड़ देना चाहिए।
कृषि विज्ञान केन्द्र औरैया के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. अनंत कुमार सिंह बताते हैं, "मधुमक्खी का परिवार जब कमजोर हो जाता है तो दो कमजोर परिवार को आपस में मिलाकर एक मजबूत परिवार बनाते हैं, इसके लिए मधुमक्खी पालक दो परिवारों के बक्सों के बीच अखबार डालकर मिलाते हैं।"



वो आगे बताते हैं, "ऐसा करने पर दोनों परिवारों की मधुमक्खियों में आपस में लड़ाई होती है और मधुमक्खियां मर भी जाती हैं और मिलने में 40-45 घंटे भी लग जाते हैं, दोनों परिवारों को मिलाने के लिए सबसे आसान तरीका है दो प्रतिशत डेटॉल का घोल दोनों परिवारों पर छिड़काव कर दें, इससे तुरंत दो परिवारों की मधुमक्खियां आपस में मिल जाती हैं झगड़ा भी नहीं होता है। क्योंकि डेटॉल के प्रयोग से ये अपनी गंध को भूल जाती हैं और आपस में मिल जाती हैं।
ऐसे करें दो परिवारों को अलग
अच्छे मौसम में मधुमक्खियों की संख्या बढ़ती है तो मधुमक्खी परिवारों का विभाजन करना चाहिए। ऐसा न किये जाने पर मक्खियां घर छोड़कर भाग सकती हैं। विभाजन के लिए मूल परिवार के पास दूसरा खाली बक्सा रखें और मूल मधुमक्खी परिवार से 50 प्रतिशत ब्रूड, शहद व पराग वाले फ्रेम रखे रानी वाला फ्रेम भी नये बक्से में रखे मूल बक्से में यदि रानी कोष्ठ हो तो अच्छा है। दोनों बक्सों को रोज एक फीट एक दूसरे से दूर करते जाएं और नया बक्सा तैयार हो जाएगा।


मधुमक्खी परिवार का स्थानान्तरण करते समय इन बातों का रखें ध्यान
  1. स्थानांतरण की जगह पहले से ही सुनिश्चित करें।
  2. स्थानांतरण की जगह दूरी पर हो तो मौन गृह में भोजन का प्रयाप्त व्यवस्था करें।
  3. प्रवेश द्वार पर लोहे की जाली लगा दें और छत्तों में अधिक शहद हो तो उसे निकल लें और बक्सों को बोरी से कील लगाकर सील कर दें।
  4. बक्सों को गाड़ी में लम्बाई की दिशा में रखें और परिवहन में कम से कम झटके लें ताकि छत्ते में क्षति न पहुंचे।
  5. गर्मी में स्थनान्तरण करते समय बक्सों के उपर पानी छिड़कते रहे और यात्रा रात के समय ही करें।
  6. नई जगह पर बक्सों को लगभग आठ-दस फुट की दुरी पर और मुंह पूर्व-पश्चिम दिशा की तरफ रखें।
  7. पहले दिन बक्सों की निरीक्षण न करें दुसरे दिन धुंआ देने के बाद मक्खियों की जांच करनी चाहिए और सफाई कर देनी चाहिए।

मधुमक्खी पालन शुरू करना चाहते हैं तो ये जानकारी आपके पास जरूर होनी चाहिए

      

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