ये हैं जाधव पायेंग, जिन्हें कहा जाता है Forest Man of India
Dec 25, 2025, 13:34 IST
साल 1979 में असम के माजुली द्वीप पर 16 साल के जादव पायेंग ने एक ऐसा नज़ारा देखा जिसने उनकी ज़िंदगी बदल दी। भीषण सूखे में सैकड़ों सांप मर गए थे। उसी दिन से जादव ने ठान लिया कि वह इस बंजर ज़मीन को हराभरा करेंगे।बिना किसी मदद के उन्होंने अकेले पेड़ लगाना शुरू किया। आज उनका यह प्रयास एक जंगल में बदल गया है जो न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क से भी बड़ा है। इस जंगल में 100 से ज़्यादा प्रजातियों के पेड़, पक्षी, हिरण, गैंडे, बाघ और हाथियों का बसेरा है।जादव पायेंग हमें सिखाते हैं कि एक अकेला इंसान भी दुनिया बदल सकता है – बस इरादे और मेहनत की ज़रूरत है।