आपकी जान जोखिम में डाल सकता है 'मोमो चैलेन्ज'
Deepanshu Mishra | Aug 30, 2018, 14:39 IST
मोमो के बारे में सुना है, अरे खाने वाला नहीं मोमो चैलेन्ज की बात कर रहा हूँ। आपके पास एक मैसेज आएगा कि मैं मोमो बात कर रहा हूँ।
मोमो के बारे में सुना है, अरे खाने वाला नहीं मोमो चैलेन्ज की बात कर रहा हूँ। आपके पास एक मैसेज आएगा कि मैं मोमो बात कर रहा हूँ। आप उससे बात मत करने लग जाइएगा।
यह तस्वीर एक खेल का हिस्सा है। जो आजकल सोशल मीडिया पर तेजी से फ़ैल रही है। इस गेम चैलेंज का नाम है 'मोमो चैलेंज'। ये एक मोबाइल गेम है जो हमारे दिमाग के साथ खेलता है और धीरे-धेरे आपकी जान तक ले लेता है।
मोमो चैलेंज की शुरुआत
ये गेम अमरीका से अर्जेंटीना, फ्रांस, जर्मनी सब जगह फैल चुका है, इसकी दस्तक अब भारत में पहुंच चुकी है।
मेक्सिको की क्राइम इंवेस्टिगेशन यूनिट के मुताबिक, अगर आप अनजान नंबर से आए मैसेज पर मोमो से बात करते हैं तो आपको पांच तरह के ख़तरे हो सकते हैं-
निजी जानकारी का सार्वजनिक होना, आत्महत्या या हिंसा के लिए उकसाना, धमाकाना, उगाही करना, शारीरिक और मनोवैज्ञानिक तनाव पैदा करना।
इस खेल का मामला इतना ज्यादा गंभीर हो गया है कि केंद्र सरकार को एडवाईजरी जारी करनी पड़ी। ये एडवाइजरी इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी की गई है। मंत्रालय ने ये कदम देश के कुछ हिस्सों से युवाओं की आत्महत्या की खबर आने के बाद उठाया है।
मंत्रालय ने कहा, "मीडिया में इस प्रकार की खबरे हैं कि नया ऑनलाइन चैलेंज गेम जिसे मोमो चैलेंज कहा जा रहा है, फेसबुक पर शुरू हुआ है। जहां लोगों को अनजान नंबर के संवाद स्थापित करने के लिए कहा जा रहा है। यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, खासकर व्हाट्सएप पर।" मंत्रालय ने परिजनों से अपने बच्चों पर ध्यान देने की बात कही है। अपने बच्चों को खतरे से बचाने के लिए इसके 'संकेत और लक्षण' पर ध्यान दे।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों को सावधानी बरतने के लिए कहा है। मंत्रालय ने मोमो चैलेंज दूर रहने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं और बच्चों पर भी निगरानी रखने के लिए कहा है, जिससे वे इस चैलेंज के जाल में न फंसे। एडवाइजरी में ये भी बताया गया है कि इसके लक्षण क्या है और किस तरह से इस चैलेंज से दूरी बनाई जा सकती है।
मोमो चैलेंज की वजह से भारत में अब तक तीन लोगों ने सुसाइड कर लिया है। पश्चिम बंगाल में मनीष सर्की (18) और अदिती गोयल (26) ने आत्महत्या कर ली। अधिकारियों के मुताबिक, अभी तक पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी, कुर्सेओंग और पश्चिम मिदनापुर जिले से सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसके अलावा इस हफ्ते एक मामला कोलकाता से भी सामने आया है। जिसके बाद बंगाल में इस गेम को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
मोमो चैलेन्ज से सावधान रहने के लिए अजमेर पुलिस के साथ-साथ मुंबई पुलिस ने अपने ट्विटर से लोगों को बताया।
मोमो चैलेंज में किस तरह के हैं टास्क?
जो कोई भी एक बार इसकी चपेट में आया वह मोमो अकाउंट के जरिए उसे चुनौतियों की एक सीरीज मिलती है। गेम प्लेयर को इसे पूरा करना होता है ताकि वह फाइनली 'मोमो' से मिल सके। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनमें ज्यादातर टास्क हिंसक होते हैं और आखिरी में सूइसाइड तक ले जाते हैं। अगर कोई बीच में टास्क पूरा करने से मना करता है तो मोमो उसे इसके लिए गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी देता है।
यह तस्वीर एक खेल का हिस्सा है। जो आजकल सोशल मीडिया पर तेजी से फ़ैल रही है। इस गेम चैलेंज का नाम है 'मोमो चैलेंज'। ये एक मोबाइल गेम है जो हमारे दिमाग के साथ खेलता है और धीरे-धेरे आपकी जान तक ले लेता है।
मोमो चैलेंज की शुरुआत
ये गेम अमरीका से अर्जेंटीना, फ्रांस, जर्मनी सब जगह फैल चुका है, इसकी दस्तक अब भारत में पहुंच चुकी है।
मेक्सिको की क्राइम इंवेस्टिगेशन यूनिट के मुताबिक, अगर आप अनजान नंबर से आए मैसेज पर मोमो से बात करते हैं तो आपको पांच तरह के ख़तरे हो सकते हैं-
निजी जानकारी का सार्वजनिक होना, आत्महत्या या हिंसा के लिए उकसाना, धमाकाना, उगाही करना, शारीरिक और मनोवैज्ञानिक तनाव पैदा करना।
इस खेल का मामला इतना ज्यादा गंभीर हो गया है कि केंद्र सरकार को एडवाईजरी जारी करनी पड़ी। ये एडवाइजरी इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी की गई है। मंत्रालय ने ये कदम देश के कुछ हिस्सों से युवाओं की आत्महत्या की खबर आने के बाद उठाया है।
मंत्रालय ने कहा, "मीडिया में इस प्रकार की खबरे हैं कि नया ऑनलाइन चैलेंज गेम जिसे मोमो चैलेंज कहा जा रहा है, फेसबुक पर शुरू हुआ है। जहां लोगों को अनजान नंबर के संवाद स्थापित करने के लिए कहा जा रहा है। यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, खासकर व्हाट्सएप पर।" मंत्रालय ने परिजनों से अपने बच्चों पर ध्यान देने की बात कही है। अपने बच्चों को खतरे से बचाने के लिए इसके 'संकेत और लक्षण' पर ध्यान दे।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों को सावधानी बरतने के लिए कहा है। मंत्रालय ने मोमो चैलेंज दूर रहने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं और बच्चों पर भी निगरानी रखने के लिए कहा है, जिससे वे इस चैलेंज के जाल में न फंसे। एडवाइजरी में ये भी बताया गया है कि इसके लक्षण क्या है और किस तरह से इस चैलेंज से दूरी बनाई जा सकती है।
मोमो चैलेंज की वजह से भारत में अब तक तीन लोगों ने सुसाइड कर लिया है। पश्चिम बंगाल में मनीष सर्की (18) और अदिती गोयल (26) ने आत्महत्या कर ली। अधिकारियों के मुताबिक, अभी तक पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी, कुर्सेओंग और पश्चिम मिदनापुर जिले से सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसके अलावा इस हफ्ते एक मामला कोलकाता से भी सामने आया है। जिसके बाद बंगाल में इस गेम को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
मोमो चुनौती नाम से एक और इंटरनेट चुनौती युवा दिमाग में छेड़छाड़ कर रही है जहां लोगों को अज्ञात संख्या से संपर्क करने और अपनी व्यक्तिगत जानकारी प्रकट करने के लिए बनाया जाता है।@Ajmer_Police अपने नागरिकों से आग्रह करता है कि इन चुनौतियों में शामिल न हों । @PoliceRajasthan pic.twitter.com/cDxneW5bwB
— Ajmer Police (@Ajmer_Police) August 23, 2018
Food For Thought- How about interacting with us on the widely know #Dial100 than on unknown numbers, to beat the challengers in their own game! #NoNoMoMo #MomoChallenge pic.twitter.com/MJTnGNMV44
— Mumbai Police (@MumbaiPolice) August 18, 2018
जो कोई भी एक बार इसकी चपेट में आया वह मोमो अकाउंट के जरिए उसे चुनौतियों की एक सीरीज मिलती है। गेम प्लेयर को इसे पूरा करना होता है ताकि वह फाइनली 'मोमो' से मिल सके। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनमें ज्यादातर टास्क हिंसक होते हैं और आखिरी में सूइसाइड तक ले जाते हैं। अगर कोई बीच में टास्क पूरा करने से मना करता है तो मोमो उसे इसके लिए गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी देता है।