जल्द ही खुले में शौच से मुक्त होगा लखनऊ का असनहा गाँव 

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
जल्द ही खुले में शौच से मुक्त होगा लखनऊ का असनहा गाँव चौपाल में हिस्सा लेती ग्रामीण महिलाएं.

लखनऊ। लखनऊ जनपद मुख्यालय से करीब 32 किमी. दूर बख्शी का तालाब ब्लॉक के असनहा गाँव में लखनऊ के मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत शर्मा और गाँव कनेक्शन फाउंडेशन के तत्वावधान में गाँव चौपाल का आयोजन किया गया।

यह भी पढ़ें- डिजिटल इंडिया : इंटरनेट से ग्रामीण महिलाएं सीख रहीं लजीज़ खाना बनाना

ग्राम सचिव प्रशांत सक्सेना ने वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, विकलांग पेंशन, आवास व शौचालय सम्बन्धी जानकारियां ग्रामीणों को दीं, साथ ही ओडीएफ़ पर विशेष जोर देते हुए कार्यक्रम के अंत में सभी ग्रामीणों से असनहा ग्राम को खुले में शौच मुक्त कराने का संकल्प कराया। इस दौरान गाँव की कुछ महिलाओं ने, जिनके परिवार के अन्य सदस्यों को शौचालय दिए जा चुके हैं, उन्होंने अपने लिए अलग से शौचालय के लिए सरकारी सहायता की मांग की व ग्राम प्रधान से भिड़ गए, जिन्हें समझा-बुझाकर शांत किया गया। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान सुनीता यादव, प्रधानपति ब्रजेश यादव, क्षेत्र पंचायत सदस्य शशिकांत पांडेय, निगरानी समिति के चैंपियन अमित शर्मा, ग्राम सचिव प्रशांत सक्सेना सहित पंचायत के ग्रामीण मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें- जानें ग्राम पंचायत और उसके अधिकार, इस तरह गांव के लोग हटा सकते हैं प्रधान

अलग-अलग शौचालय की मांग व प्रधान पर पक्षपात का आरोप लगाने पर क्षेत्र पंचायत सदस्य शशिकांत पांडेय ने ग्रामीण महिलाओं को शांत कराते हुए खुले में शौच जाने से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी नुकसान के बारे में बताते हुए व्यक्तियों को स्वयं से शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित किया, साथ ही लोगों को शौचालय के लिए मिलने वाली प्रोत्साहन राशि की पात्रता के विषय में बताया।

ग्राम प्रधान ने बताया, “लगभग पूरा गाँव खुले में शौच मुक्त हो गया है, जो पात्र हैं उन्हें सरकारी मदद दिलाई गई है, अब एक ही घर में सास और बहू को अलग-अलग शौचालय कैसे दिए जा सकते हैं, ये जो महिलाएं नाराज हैं इन सबको शौचालय दिया जा चुका है। अब इनकी सास-बहू में नहीं निपट रही तो हम क्या करें?”

ग्राम सचिव ने बताया, “ग्राम में कुल 396 परिवार हैं, जिसमें से 261 शौचालय पूर्व में बन चुके हैं व 110 नए शौचालय स्वीकृत किए गए थे, जो कि बन रहे हैं, 25 परिवार ऐसे हैं जिन्होंने स्वयं से शौचालय का निर्माण कराया है कुछ ही समय में असनहा ओडीएफ की श्रेणी में आ जाएगा और ऐसी सूचना मिली है कि शौचालय होने के बाद भी कुछ लोग खुले में शौच के लिए जा रहे हैं।”

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

            

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.