‘गोद लिया पर विकास कराना भूलीं सांसदजी’

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‘गोद लिया पर विकास कराना भूलीं सांसदजी’पयागपुर विकास खण्ड अन्तर्गत स्थित राजापुरकला गाँव का दृश्य।

रोहित श्रीवास्तव, स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

बहराइच। पयागपुर विकास खण्ड अन्तर्गत स्थित राजापुरकला गाँव के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। गाँव में न तो सही सड़क है और न ही शुद्ध पेयजल की व्यवस्था। सरकारी अनदेखी के कारण विकास कार्य रुक गए हैं। गलियां और नालियां बदहाल हैं। तीन साल पहले सांसद सावित्री बाई फूले ने इस गाँव को गोद लिया था।

ग्रामीण चन्द्र वीर सिंह (60 वर्ष) का कहना है, “गोद लेने के बाद सांसद इस गाँव में बस एक बार आई हैं। यहां कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है।” पयागपुर विकास खण्ड का राजापुरकला गाँव में 26 मजरे हैं। यह एक बड़ा गाँव है, बावजूद इसके आजादी के इतने वर्ष बीत जाने के उपरान्त भी इस गाँव के निवासी अब तक बिजली व पानी व साथ ही अच्छी सड़कों के लिए तरस रहे हैं। ग्रामीण आज भी सरकार द्वारा मिलने वाली सुविधाओं से वंचित हैं। गाँव की सड़कों पर चलना भी दूभर है।

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चन्द्र वीर सिंह आगे बताते हैं, ‘‘भाजपा की सरकार बने हुए तीन साल बीत गए हैं। प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान के तहत अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा झाड़ू लेकर फोटो खिंचवाते तो नजर आ रहे हैं, लेकिन गाँव में साफ-सफाई नहीं होती है। आज भी हमारा गाँव मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है।”

इसी गाँव के अशोक कुमार सिंह (40 वर्ष) ने बताया, ‘‘विकास के नाम पर इस गाँव में अब तक कुछ भी नहीं हुआ है। न तो सड़कें अच्छी हैं और न पानी की व्यवस्था है। सफाईकर्मी कभी आता नहीं है, जिससे गाँव में गंदगी का अंबार लगा रहता है।” वहीं मौजूद रामदीन (55 वर्ष) का कहना है, ‘‘विकास के नाम पर इस गाँव में एक ईंट तक नहीं रखी गई है।”

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मौजूदा विकास खण्ड अधिकारी अमित मिश्रा से इस सन्दर्भ में बात की गई तो उन्होंने बताया, ‘‘मैं अभी यहां नया हूं। एक माह पहले ही मेरा स्थानान्तरण यहां हुआ। इस बीच मैं एक बार राजापुरकला गाँव के दौरे पर भी गया था।

एडीओ ने भी गाँव का एक बार दौरा किया था। गाँव के विकास के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। एक सेक्रेटरी को गाँव के ऑबजर्वर के रूप में भी नियुक्त कर दिया गया। जैसे ही गाँव के विकास के लिए फण्ड आता है विकास के कार्यों को क्रियान्वित कर दिया जाएगा।”

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