इस गांव में लोग शादी के रिश्ते लेकर नहीं आना चाहते, कारण चौंकाने वाला

Mohit SainiMohit Saini   8 July 2017 4:13 PM GMT

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इस गांव में लोग शादी के रिश्ते लेकर नहीं आना चाहते, कारण चौंकाने वालापानी निकासी की समस्या को लेकर हुई पंचायत में शामिल लोग।

बागपत। एक तरफ तो देशभर में स्वच्छ्ता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बावजूद इसके जमीनी स्तर पर इसका बहुत ज्यादा असर देखने को नहीं मिल रहा। ऐसी ही एक जगह जनपद बागपत में है।

बागपत के माल माजरा गाँव की गलियां गंदे पानी से भरी हैं। जलभराव होने के कारण कई लोग संक्रामक रोगों की चपेट में हैं। ये गांव आसपास के कई गांवों में इतना बदनाम हो गया है कि इस गांव में लोग शादी के रिश्ते लेकर आने से कतराने लगे हैं। कई लोग तो पलायन भी कर चुके हैं। गांव के ही नवाबसिंह (52) ने बताया कि हमने कई बार अधिकारियों को सूचना दी। निगम के अधिकारी भी यहाँ नहीं पहुँचते। आसपास के लोगों ने पलायन भी कर लिया है। गंदगी से पूरा गांव पटा हुआ है जिसके चलते संक्रामक रोग फैल रहे हैं।

गांव में बीमार व्यक्ति।

पिछले तीन महीने में गांव के 6 लोग असमय काल के गाल में समा चुके हैं। गांव वालों का कहना है कि से मौतें गंदगी होने के कारण हुई हैं। लगभग आधा दर्जन लोग गांव में इस समय भी बीमार हैं। परेशान लोग जिला प्रशासन से कई बार गुहार लगे चुके हैं लेकिन सुधार के लिए अभी तक कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। वहीं सुभाष सोलंकी (43) ने बताया कि पंचायत में निर्णय लिया गया कि अब गांव के भविष्य के लिए आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी क्योंकि इस गाँव में गन्दगी के कारण शादी के रिश्ते भी आने होने बंद हो गए हैं।

हमारी टीम गाँव-गाँव जा कर ट्रीटमेंट कर रही है। कुछ संक्रामक रोगी आए थे, जिनका ईलाज गाँव के ही सेंटर में किया जा रहा है।
डॉ सुषमा चन्द्रा, सीएमओ बागपत

इस मामले को लेकर गांव में एक पंचायत बुलाई गई जिसमें ये फैसला लिया गया कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम आर पार की लड़ाई लड़ने को मजबूर होंगे। बिनौली विकासखंड के छोटे से गाँव माल माजरा की ये कहानी तीन साल पुरानी है। पानी की निकासी न होने के कारण यहाँ की गलियों में गंदा पानी भरा रहता है। यहां के लोग जिला प्रशासन से लेकर लखनऊ तक चक्कर लगा चुके हैं। लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।

गांव की गलियों का एक नजारा।

इसी मामले को लेकर शनिवार को एक पंचायत बुलाई गयी। घंटों चली इस पंचायत में फैसला लिया गया है कि यदि एक सप्ताह में गांव की समस्यों का निस्तारण नहीं हुआ तो हम आने वाले चुनाओं में चुनाव का बहिष्कार करेंगे। मजरा के ग्राम प्रधान आदित्य सोलंक ने कहा कि पिछले तीन सालों से यहां की कई गलियों में पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं है। पंचायत में हमने जो फैसले लिए हैं हम उसी पर काम करेंगे।

      

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