दिव्यांगों को रोशनी दिलाकर दुनिया दिखाने का जुनून 

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दिव्यांगों को रोशनी दिलाकर दुनिया दिखाने का जुनून कन्नौज के सरस्वती शिशु मंदिर में आँखों की जांच कराते एक बुजुर्ग।

आभा मिश्रा/स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

तिर्वा (कन्नौज)। ‘‘इससे शुभ काम दुनिया में हो ही नहीं सकता है। दान-पुण्य का काम है। करोड़ों रुपए खर्च हो जाते हैं, तब हम लोगों की मदद हो पाती है।’’ यह कहना है श्रीकृष्ण (65 वर्ष) का।

जिला मुख्यालय कन्नौज से करीब 16 किमी दूर तिर्वा कस्बे के सरस्वती शिशु मंदिर में समाजसेवी अंशुल गुप्त की ओर से लगाए गए आई कैंप में यह बात इंदरगढ़ क्षेत्र के अगौस निवासी श्रीकृष्ण ने ही नहीं बल्कि कई मरीजों ने कही।

अंशुल गुप्त (31 वर्ष) ने बताया, ‘‘चौ. राममोहन लाल गहोई की पुण्य स्मृति में बीते दो साल से नि:शुल्क आई कैंप लगा रहे हैं। अब तक चार कैंप लगा चुके हैं। इसमें करीब 850 मरीजों के आंखों के मोतिया बिंद आदि के ऑपरेशन हो चुके हैं।’’ अंशुल ने आगे बताया, ‘‘12 नवम्बर के बाद 10 दिसम्बर, 14 जनवरी 2018 और 11 फरवरी को भी सरस्वती शिशु मंदिर में कैंप लगेगा। इसमें शंकरा आई हॉस्पिटल के डॉक्टर मरीजों का चयन कर कानपुर में ऑपरेशन करते हैं। पहले दिन 100 से अधिक मरीज चयनित होने की उम्मीद है। पहली खेप में स्कूल बस से 40 मरीज भेज दिए गए हैं।’’

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उमर्दा ब्लाक क्षेत्र के कमलेपुर्वा निवासी रामऔतार (71 वर्ष) बताते हैं, ‘‘फ्री में आंखों का ऑपरेशन कराने के लिए कानपुर भेजा जा रहा है, अच्छा लग रहा है। मुसीबत होती है जब प्राइवेट में अपने पास से खर्च कर ऑपरेशन कराते हैं।’’

नगर पंचायत तिर्वा के कालिकानगर निवासी तेजसिंह (65 वर्ष) बताते हैं, ‘‘पर्चा मिला था, उससे जानकारी हुई कि स्कूल में फ्री कैंप लगेगा। उसके बाद बिना पैसे के ऑपरेशन होगा। अगर यह कैंप न लगता तो कर्जा लेते और चित्रकूट जाते। अब नहीं जाना पड़ेगा।’’

अगौस की मिथलेश (65 वर्ष) बताती हैं, ‘‘पिछले साल दाहिनी आंख में मोतियाबिंद था। यहीं से ऑपरेशन कराया था। दिखने लगा। अब इस साल बाईं आंख से नहीं दिखता है। ऑपरेशन के लिए कानपुर भेजा जाने लगा है। अच्छा लग रहा है। बस दिखने लगे।’’

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104 साल के सेनानी की भी आंखों में दिक्कत

नि:शुल्क आंखों के कैंप का शुभारंभ 104 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गोवर्धन लाल कनौजिया और एमएलसी पुष्पराज उर्फ पंपी जैन ने संयुक्त रूप से किया। सेनानी ने कहा, ‘‘मुझे भी आंखों की जांच करानी है। डॉक्टरों ने दोनो आंखों में दिक्कत बताई है। कैंप में लाभ मिला है। अब ऑपरेशन के लिए कानपुर जाऊंगा।’’

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