गंगा में जल स्तर बढ़ने से डूब गई किसानों की मेहनत
Mo. Amil | Sep 28, 2017, 16:32 IST
दीपक तोमर/स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट
कासगंज। गंगा नदी में जल स्तर बढ़ने से किसानों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि जल स्तर बढ़ने से ज्यादातर फसलें डूब गईं हैं। सबसे ज्यादा नुकसान सब्जी की खेती करने वाले किसानों का हुआ है।
गंगा के तटीय इलाकों में इन दिनों खेतों में गन्ना व धान की फसल खड़ी है, इसके अलावा किसान अपनी जरूरत के हिसाब से अन्य फसलों की खेती भी कर रहे हैं, गंगा में एक बार फिर से जलस्तर बढ़ने से किसानों को अपनी फसलों की चिंता सताने लगी है|
पिछले दिनों मैदानी व पहाड़ी इलाकों में हुयी भारी बारिश के कारण गंगा में अचानक जलस्तर बढ़ गया, जलस्तर बढ़ने से गंगा किनारे में कटान होना फिर से शुरू हो गया है यही नही कुछ इलाको में गंगा का पानी खेतो में घुस रहा है ऐसे में सबसे अधिक परेशानी उन किसानोंके सामने आन खड़ी हुयी है जो अपनी रोजी-रोटी के लिए सब्जी की फसलें कर रहे हैं।
मानपुर नगरिया गाँव के किसान लालाराम (45 वर्ष) ने बताया, "गंगा किनारे किसान तरह-तरह की फसल करते हैं, मगर जब गंगा का पानी आता है तो एक गन्ना की फसल ही ऐसी है जिससे कोई नुकसान नही होता है बाकी अन्य फसल नष्ट हो जाती है, लेकिन बार-बार पानी बढ़ने से गन्ना की फसल खराब होने का डर बना हुआ है।"
गाँव दतलाना निवासी राधेश्याम (50वर्ष) ने बताय कि "जब गंगा रोद्र रूप लेती है तो तरह-तरह की फसल डूब जाती है मगर गन्ना फसल मे पानी तो आया मगर पानी आने से गन्ना की फसल को फायदा भी हो रहा है अन्य सभी फसल सड़ चुकी है, ज्यादा पानी भी गन्ना के लिए नुकसानदायक है।"
क्षेत्र की न्यौली शुगर मिल के उपाध्यक्ष रामआसरे यादव ने बताया कि "गंगा का जलस्तर बढने से किसानों की चिंता बढ़ गयी है, पहले जलस्तर बड़ गया था तब किसानों की मक्का, घुईया आदि फसल बर्बाद भी हुई थी मगर किसानों को गन्ने की फसल से आस रह गयी है बाकी अन्य फसल बर्बाद हो गयी है, अब फिर से गंगा में पानी बढ़ने से किसान परेशान है, तटीय इलाको में तकरीबन 10 हेक्टेअर में गन्ना की फसल की जा रही है।"
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कासगंज। गंगा नदी में जल स्तर बढ़ने से किसानों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि जल स्तर बढ़ने से ज्यादातर फसलें डूब गईं हैं। सबसे ज्यादा नुकसान सब्जी की खेती करने वाले किसानों का हुआ है।
गंगा के तटीय इलाकों में इन दिनों खेतों में गन्ना व धान की फसल खड़ी है, इसके अलावा किसान अपनी जरूरत के हिसाब से अन्य फसलों की खेती भी कर रहे हैं, गंगा में एक बार फिर से जलस्तर बढ़ने से किसानों को अपनी फसलों की चिंता सताने लगी है|
पिछले दिनों मैदानी व पहाड़ी इलाकों में हुयी भारी बारिश के कारण गंगा में अचानक जलस्तर बढ़ गया, जलस्तर बढ़ने से गंगा किनारे में कटान होना फिर से शुरू हो गया है यही नही कुछ इलाको में गंगा का पानी खेतो में घुस रहा है ऐसे में सबसे अधिक परेशानी उन किसानोंके सामने आन खड़ी हुयी है जो अपनी रोजी-रोटी के लिए सब्जी की फसलें कर रहे हैं।
मानपुर नगरिया गाँव के किसान लालाराम (45 वर्ष) ने बताया, "गंगा किनारे किसान तरह-तरह की फसल करते हैं, मगर जब गंगा का पानी आता है तो एक गन्ना की फसल ही ऐसी है जिससे कोई नुकसान नही होता है बाकी अन्य फसल नष्ट हो जाती है, लेकिन बार-बार पानी बढ़ने से गन्ना की फसल खराब होने का डर बना हुआ है।"
गाँव दतलाना निवासी राधेश्याम (50वर्ष) ने बताय कि "जब गंगा रोद्र रूप लेती है तो तरह-तरह की फसल डूब जाती है मगर गन्ना फसल मे पानी तो आया मगर पानी आने से गन्ना की फसल को फायदा भी हो रहा है अन्य सभी फसल सड़ चुकी है, ज्यादा पानी भी गन्ना के लिए नुकसानदायक है।"
क्षेत्र की न्यौली शुगर मिल के उपाध्यक्ष रामआसरे यादव ने बताया कि "गंगा का जलस्तर बढने से किसानों की चिंता बढ़ गयी है, पहले जलस्तर बड़ गया था तब किसानों की मक्का, घुईया आदि फसल बर्बाद भी हुई थी मगर किसानों को गन्ने की फसल से आस रह गयी है बाकी अन्य फसल बर्बाद हो गयी है, अब फिर से गंगा में पानी बढ़ने से किसान परेशान है, तटीय इलाको में तकरीबन 10 हेक्टेअर में गन्ना की फसल की जा रही है।"
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