महिलाओं ने एक स्वर में कहा ‘हमें अपनी मर्जी से जीने की आजादी मिले’
Neetu Singh | Jun 28, 2017, 00:30 IST
स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क
प्रतापगढ़। सैकड़ों की संख्या में एकत्रित महिलाओं ने एक स्वर में कहा अब तो हमें अपनी मर्जी से जीने की आजादी मिले। प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 57 किलोमीटर कालाकांकर ब्लॉक के आलापुर बाजार में 70 गांव की सैकड़ों महिलाओं ने महिला बाइकर्स से समूह में बैठकर बात की। महिला बाइकर्स ने भी सैकड़ों की संख्या में एकत्रित आशा बहु, आंगनबाड़ी, ऐनम को कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए सभी को आगे आने की बात कही।
इस कार्यक्रम में पनगो गांव से आयी उर्मिला देवी (36 वर्ष) ने महिला बाइकर्स देवना मैनी से कहा, हमारी बेटी की शादी चार साल पहले हुयी थी हमारे दमाद अकसर हमारी बेटी को मारते पीटते रहते हैं, हम क्या करें हमारी मदद करो, मेरी हाथ जोड़कर तुमसे विनती है।वहीं, देवना मैनी ने महिला हेल्प लाइन 181 के बारे में बताया और कागज पर नम्बर लिखकर भी दिया। देवना मैनी की तरह 13 महिला बाइकर्स ने ऐसे ही समूह में बैठकर ग्रामीण महिलाओं से बात की और उनकी समस्याएं सुनी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर यूके पाण्डेय ने कहा, कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए असली प्रमोटर आंगनबाड़ी, आशा बहु, ऐनम है, क्योंकि ये घर घर जाती हैं, इसलिए आज सैकड़ों की संख्या में इन्हें बुलाया है जिससे ये घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर सकें।
कार्यक्रम में आयी चंद्रापुर गांव की आंगनबाड़ी कार्यकत्री मिथलेश कुमारी ने कहा, हम जानकारी तो पहले भी देते थे लोगों को, अब 181 के बारे में और विस्तार से बताएंगे, सरकार की मुखबिर योजना बहुत अच्छी है इससे खुलेआम चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर कार्यवाही होगी। वहीं किशुनदासपुर से आयी आशा बहु सरोज देवी (35 वर्ष) ने कहा, लड़को की चाह अभी खत्म नहीं हुई हैं, पहली बार लड़कियों को बाइक चलाते देख बहुत अच्छा लगा, इससे आदमियों की सोंच भी बदलेगी। वो आगे बताती हैं, अब हम कभी भी किसी महिला को अपनी जानकारी में अल्ट्रासाउंड नही कराने देंगे, लड़का लड़की में कोई भेद नहीं दोनों बराबर हैं यही संदेश देंगे। सरोज देवी की तरह सैकड़ों की संख्या में आयी आशा बहु आंगनबाड़ी कार्यकत्री, ऐनम, महिला समाख्या की महिलाओं ने ये संकल्प लिया अब वो अपने आसपास कन्या भ्रूण हत्या नहीं होने देंगी साथ ही उन अस्पतालों के बारे में भी बतायेंगी जहां एबॉर्शन होते हैं।
एसडीएम आर पी वर्मा ने कहा, महिलायें किसी से कम नहीं हैं, रेस्क्यू वैन से अब उन्हें घर बैठे मदद मिलेगी, अगर किसी महिला के साथ मारपीट हुई है और उसे चोट आई है, तो 181 पर कॉल करने से न सिर्फ उनको हिंसा से बचाया जायेगा, बल्कि उनको मेडिकल फैसिलटी भी मिलेगी। महिला समाख्या की जिला समन्यवक सरोज सिंह ने सैकड़ों की संख्या में एकत्रित महिलाओं की तरफ इशारा करते हुए कहा, किसी भी सरकारी योजना के प्रचार प्रसार के लिए ये हमारा संगठन एक मजबूत कड़ी है, आज लगभग 70 गांव से महिलायें आयी हुई हैं ये सभी जगह योजनाओं की जानकारी तो देंगी ही साथ ही खुद भी उनकी मदद के लिए आगे आएंगी।
जिला प्रोबेशन अधिकारी परमजीत कौर ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा, महिलाओं की ज्यादा से ज्यादा मदद हो उन्हें किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो इसके लिए योजनाओं का प्रचार प्रसार गांव तक किया जा रहा है जिससे हर महिला अपनी मदद खुद कर पाए। वहीं, लखनऊ से आयी नुक्कड़ नाटक टीम ने प्रस्तुती दिखाई, जिसमें नाटक के जरिये लोगों को सरकारी योजना की जानकारी दी गयी।
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प्रतापगढ़। सैकड़ों की संख्या में एकत्रित महिलाओं ने एक स्वर में कहा अब तो हमें अपनी मर्जी से जीने की आजादी मिले। प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 57 किलोमीटर कालाकांकर ब्लॉक के आलापुर बाजार में 70 गांव की सैकड़ों महिलाओं ने महिला बाइकर्स से समूह में बैठकर बात की। महिला बाइकर्स ने भी सैकड़ों की संख्या में एकत्रित आशा बहु, आंगनबाड़ी, ऐनम को कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए सभी को आगे आने की बात कही।
इस कार्यक्रम में पनगो गांव से आयी उर्मिला देवी (36 वर्ष) ने महिला बाइकर्स देवना मैनी से कहा, हमारी बेटी की शादी चार साल पहले हुयी थी हमारे दमाद अकसर हमारी बेटी को मारते पीटते रहते हैं, हम क्या करें हमारी मदद करो, मेरी हाथ जोड़कर तुमसे विनती है।वहीं, देवना मैनी ने महिला हेल्प लाइन 181 के बारे में बताया और कागज पर नम्बर लिखकर भी दिया। देवना मैनी की तरह 13 महिला बाइकर्स ने ऐसे ही समूह में बैठकर ग्रामीण महिलाओं से बात की और उनकी समस्याएं सुनी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर यूके पाण्डेय ने कहा, कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए असली प्रमोटर आंगनबाड़ी, आशा बहु, ऐनम है, क्योंकि ये घर घर जाती हैं, इसलिए आज सैकड़ों की संख्या में इन्हें बुलाया है जिससे ये घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर सकें।
कार्यक्रम में आयी चंद्रापुर गांव की आंगनबाड़ी कार्यकत्री मिथलेश कुमारी ने कहा, हम जानकारी तो पहले भी देते थे लोगों को, अब 181 के बारे में और विस्तार से बताएंगे, सरकार की मुखबिर योजना बहुत अच्छी है इससे खुलेआम चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर कार्यवाही होगी। वहीं किशुनदासपुर से आयी आशा बहु सरोज देवी (35 वर्ष) ने कहा, लड़को की चाह अभी खत्म नहीं हुई हैं, पहली बार लड़कियों को बाइक चलाते देख बहुत अच्छा लगा, इससे आदमियों की सोंच भी बदलेगी। वो आगे बताती हैं, अब हम कभी भी किसी महिला को अपनी जानकारी में अल्ट्रासाउंड नही कराने देंगे, लड़का लड़की में कोई भेद नहीं दोनों बराबर हैं यही संदेश देंगे। सरोज देवी की तरह सैकड़ों की संख्या में आयी आशा बहु आंगनबाड़ी कार्यकत्री, ऐनम, महिला समाख्या की महिलाओं ने ये संकल्प लिया अब वो अपने आसपास कन्या भ्रूण हत्या नहीं होने देंगी साथ ही उन अस्पतालों के बारे में भी बतायेंगी जहां एबॉर्शन होते हैं।
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जिला प्रोबेशन अधिकारी परमजीत कौर ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा, महिलाओं की ज्यादा से ज्यादा मदद हो उन्हें किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो इसके लिए योजनाओं का प्रचार प्रसार गांव तक किया जा रहा है जिससे हर महिला अपनी मदद खुद कर पाए। वहीं, लखनऊ से आयी नुक्कड़ नाटक टीम ने प्रस्तुती दिखाई, जिसमें नाटक के जरिये लोगों को सरकारी योजना की जानकारी दी गयी।
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