By Abhishek Verma
By Shivani Gupta
कैसा होता होगा वह मंजर जब किसी के सामने उसका सब कुछ खत्म हो जाता है और वह लाचार होकर सिर्फ देखता है। कहने-सुनने में भले यह उतना भयावह न लगे लेकिन अमीश चंद सिंह जैसे हजारों लोग ऐसे हैं जिन्हें आए दिन ऐसी मुसीबत से रूबरू होना पड़ता है।
कैसा होता होगा वह मंजर जब किसी के सामने उसका सब कुछ खत्म हो जाता है और वह लाचार होकर सिर्फ देखता है। कहने-सुनने में भले यह उतना भयावह न लगे लेकिन अमीश चंद सिंह जैसे हजारों लोग ऐसे हैं जिन्हें आए दिन ऐसी मुसीबत से रूबरू होना पड़ता है।
By Shivani Gupta
उत्तर बिहार में गंडक नदी के तटबंध तीन जगह से टूट गए हैं जिसके कारण गोपालगंज और पूर्वी चंपारण जिले के सैकड़ों गांव डूब गए।
उत्तर बिहार में गंडक नदी के तटबंध तीन जगह से टूट गए हैं जिसके कारण गोपालगंज और पूर्वी चंपारण जिले के सैकड़ों गांव डूब गए।
By Nidhi Jamwal
बिहार के तीन सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित जिलों पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण और मुजफ्फरपुर में एक संयुक्त रैपिड नीड्स असेसमेंट सर्वे किया गया। इसमें पता चला कि घर टूट गए हैं, शौचालय पानी में बह गए हैं, भूख बढ़ रही है, फसलें बर्बाद हो गई हैं, मवेशी मारे गए हैं और बाढ़ के अन्य प्रभाव राज्य के 15 जिलों पर भी दिख रहे हैं।
बिहार के तीन सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित जिलों पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण और मुजफ्फरपुर में एक संयुक्त रैपिड नीड्स असेसमेंट सर्वे किया गया। इसमें पता चला कि घर टूट गए हैं, शौचालय पानी में बह गए हैं, भूख बढ़ रही है, फसलें बर्बाद हो गई हैं, मवेशी मारे गए हैं और बाढ़ के अन्य प्रभाव राज्य के 15 जिलों पर भी दिख रहे हैं।
By Hemant Kumar Pandey
साल 2008 में कोसी की बाढ़ ने बिहार के कई जिलों में भयंकर तबाही मचाई थी। इनमें सबसे अधिक प्रभावित होने वाले बुजुर्ग ही थे। लेकिन अब ये अपनी जरूरतों के लिए संतानों की ओर नहीं, बल्कि संतान इनकी ओर देख रहे हैं।
साल 2008 में कोसी की बाढ़ ने बिहार के कई जिलों में भयंकर तबाही मचाई थी। इनमें सबसे अधिक प्रभावित होने वाले बुजुर्ग ही थे। लेकिन अब ये अपनी जरूरतों के लिए संतानों की ओर नहीं, बल्कि संतान इनकी ओर देख रहे हैं।
By Shivani Gupta
इस साल बिहार में समय से पहले बाढ़ आ गई। पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज और सारण जिले अलर्ट पर हैं। बिहार भारत का सर्वाधिक बाढ़ संभावित राज्य है। भारत-नेपाल सीमा से लगे उत्तर बिहार के गांवों में एक साल में 66 बार तक बाढ़ आती है।
इस साल बिहार में समय से पहले बाढ़ आ गई। पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज और सारण जिले अलर्ट पर हैं। बिहार भारत का सर्वाधिक बाढ़ संभावित राज्य है। भारत-नेपाल सीमा से लगे उत्तर बिहार के गांवों में एक साल में 66 बार तक बाढ़ आती है।
By Daya Sagar
'बाढ़ के बाद' के हालात को जानने-समझने के लिए गांव कनेक्शन की टीम देश के अलग-अलग हिस्सों का दौरा कर रही है। इसी क्रम में टीम बिहार के मधुबनी जिले के नरूआर गांव पहुंची, जो बाढ़ की वजह से सबसे अधिक प्रभावित गांवों में से एक है।
'बाढ़ के बाद' के हालात को जानने-समझने के लिए गांव कनेक्शन की टीम देश के अलग-अलग हिस्सों का दौरा कर रही है। इसी क्रम में टीम बिहार के मधुबनी जिले के नरूआर गांव पहुंची, जो बाढ़ की वजह से सबसे अधिक प्रभावित गांवों में से एक है।
By Rohin Kumar
दरभंगा के प्रखंड-कुशेश्वरस्थान पूर्वी के 200 परिवार पिछले एक महीने से अधिक समय से बाढ़ के कारण अपने घर से विस्थापित हो गए हैं। वे कोसी के पूर्वी तटबंध और रेलवे पटरियों पर अस्थायी झोपड़ियां बनाकर रह रहे हैं।
दरभंगा के प्रखंड-कुशेश्वरस्थान पूर्वी के 200 परिवार पिछले एक महीने से अधिक समय से बाढ़ के कारण अपने घर से विस्थापित हो गए हैं। वे कोसी के पूर्वी तटबंध और रेलवे पटरियों पर अस्थायी झोपड़ियां बनाकर रह रहे हैं।
By गाँव कनेक्शन
By Hemant Kumar Pandey
बिहार: भले ही हर साल आने वाली बाढ़ के चलते तटबंध के भीतर की जमीन बाहर की तुलना में कुछ अधिक ऊंची हो गई हो, लेकिन यहां के लाखों लोगों के जीवन का स्तर नहीं उठ पाया है।
बिहार: भले ही हर साल आने वाली बाढ़ के चलते तटबंध के भीतर की जमीन बाहर की तुलना में कुछ अधिक ऊंची हो गई हो, लेकिन यहां के लाखों लोगों के जीवन का स्तर नहीं उठ पाया है।