By Dr SB Misra
गाँव में आज भी चिकित्सा व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। 70% आबादी गाँवों में रहती है, लेकिन डॉक्टरों का सिर्फ़ 26% हिस्सा वहां उपलब्ध है। अस्पतालों की कमी, दवाइयों का अभाव, झोलाछाप डॉक्टरों का बोलबाला और तेजी से बढ़ती शहरी बीमारियां, ग्रामीण स्वास्थ्य को बड़ी चुनौती के रूप में खड़ी कर रही हैं।
गाँव में आज भी चिकित्सा व्यवस्था संतोषजनक नहीं है। 70% आबादी गाँवों में रहती है, लेकिन डॉक्टरों का सिर्फ़ 26% हिस्सा वहां उपलब्ध है। अस्पतालों की कमी, दवाइयों का अभाव, झोलाछाप डॉक्टरों का बोलबाला और तेजी से बढ़ती शहरी बीमारियां, ग्रामीण स्वास्थ्य को बड़ी चुनौती के रूप में खड़ी कर रही हैं।
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
By Vinay Gupta
By दिवेंद्र सिंह
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
By Rahul Jha
भारतीय प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद, अरुण कुमार पटना, बिहार में गंगा के घाट पर सिविल सेवा के उम्मीदवारों को मुफ्त कोचिंग देते हैं। इनमें से ज्यादातर छात्र ग्रामीण बिहार से हैं, या तो किसानों के बच्चे हैं।
भारतीय प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद, अरुण कुमार पटना, बिहार में गंगा के घाट पर सिविल सेवा के उम्मीदवारों को मुफ्त कोचिंग देते हैं। इनमें से ज्यादातर छात्र ग्रामीण बिहार से हैं, या तो किसानों के बच्चे हैं।
By गाँव कनेक्शन