By Manoj Bhawuk
छठ पूजा की सबसे बड़ी सुंदरता इसकी लोकभाषा और लोक-संगीत में है। छठी मइया को गीतों में संवाद पसंद है, संस्कृत के गूढ़ मंत्रों में नहीं। यही कारण है कि घर से घाट तक की यात्रा गीतों से भरी होती है
छठ पूजा की सबसे बड़ी सुंदरता इसकी लोकभाषा और लोक-संगीत में है। छठी मइया को गीतों में संवाद पसंद है, संस्कृत के गूढ़ मंत्रों में नहीं। यही कारण है कि घर से घाट तक की यात्रा गीतों से भरी होती है
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
By Nalin Chauhan
By Anulata Raj Nair
आज़ादी के पहले दिनकर को जहाँ विद्रोही कवि माना गया वहीं बाद में वे राष्ट्रकवि के नाम से जाने गए। एक तरफ दिनकर की कवितायें वीर रस से भरी याने ओज, विद्रोह, आक्रोश और क्रांति का आव्हान करने वाली थीं तो दूसरी ओर उन्होंने कोमल और श्रृंगार रस से भरी रचनाएं भी लिखीं।
आज़ादी के पहले दिनकर को जहाँ विद्रोही कवि माना गया वहीं बाद में वे राष्ट्रकवि के नाम से जाने गए। एक तरफ दिनकर की कवितायें वीर रस से भरी याने ओज, विद्रोह, आक्रोश और क्रांति का आव्हान करने वाली थीं तो दूसरी ओर उन्होंने कोमल और श्रृंगार रस से भरी रचनाएं भी लिखीं।
By गाँव कनेक्शन
By मंजीत ठाकुर
By गाँव कनेक्शन
By गाँव कनेक्शन
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