By Manoj Bhawuk
छठ पूजा की सबसे बड़ी सुंदरता इसकी लोकभाषा और लोक-संगीत में है। छठी मइया को गीतों में संवाद पसंद है, संस्कृत के गूढ़ मंत्रों में नहीं। यही कारण है कि घर से घाट तक की यात्रा गीतों से भरी होती है
छठ पूजा की सबसे बड़ी सुंदरता इसकी लोकभाषा और लोक-संगीत में है। छठी मइया को गीतों में संवाद पसंद है, संस्कृत के गूढ़ मंत्रों में नहीं। यही कारण है कि घर से घाट तक की यात्रा गीतों से भरी होती है
By Bheem kumar
By गाँव कनेक्शन
देश ही नहीं विदेशों में भी छठ पूजा की धूम रहती है, नदी और तालाब के घाटों की सफाई शुरू हो गई है, परदेस में रहने वाले गाँव आ गए हैं।
देश ही नहीं विदेशों में भी छठ पूजा की धूम रहती है, नदी और तालाब के घाटों की सफाई शुरू हो गई है, परदेस में रहने वाले गाँव आ गए हैं।
By Ankit Kumar Singh
By Divendra Singh
सूरज को अर्घ्य के साथ छठी मैया की विदाई हो गई, लेकिन इन चार दिनों तक चलने वाले आस्था के महापर्व में लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
सूरज को अर्घ्य के साथ छठी मैया की विदाई हो गई, लेकिन इन चार दिनों तक चलने वाले आस्था के महापर्व में लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।